लेखक की कलम से
भारत में नारी …
भारत में हो रहे घोर अपराध
महिला का तुम करो सम्मान।
मीठी मीठी बातों में मत आना
बेटियां मत खोना अपना मान।
इधर उधर कि बातें छोड़ सब यारों
जपो देश वासियो राम का नाम।
मत बनो नारी तुम सब कमज़ोर
मत लगने दो तुम अपना दाम।
उन दुश्मनों के खातिर बन जाना अंगार
जो करता है नारी का अपमान।
मुश्किलों का सामना करना सबको
सदा एक दूसरे का हाथ थाम।
जो खेले नारी के आबरू से
तो बता देना अपना पहचान।
सदा सह लेती मुस्कुरा कर दर्द
करते है नारी को सलाम।
©अर्पणा दुबे, अनूपपुर