धर्म
religion
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जगन्नाथ संस्कृति का उद्भव मध्यभारत की देन- पुरंदर मिश्रा
पुरी। पुरी स्थित टाऊन हॉल में आयोजित जगन्नाथ महाप्रभु के संस्कृति को लेकर आध्यात्म चिंतन और चेतना शिविर में देश भर के 276 प्रतिनिधियों ने भाग लिया। जिसमें अतिथि प्रवक्ता के रूप में रायपुर से पुरंदर मिश्रा शामिल हुए। कार्यक्रम में भारत भर के प्रतिनिधियों के अलावा जापान, इग्लैंड, केन्या, नीदरलैंड, अमरिका सहित 25 देशों के प्रतिनिधि भी शामिल थे। चार से छह जनवरी तक आयोजित इस कार्यक्रम में पहले…
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यात्रा वृतांत, मंदिरों-आश्रमों से घंटा-घड़ियालों और राम-धुन सरयू नदी के तट पर सुबह से ही अयोध्या के वातावरण में आध्यात्मिक रस घोलती है ….
अक्षय नामदेव। “उठ जाग मुसाफिर भोर भई, अब रेन कहां जो तू सोवत है “का पालन करते हुए 14 नवंबर को अयोध्या के अशर्फी भवन में हम सभी जल्दी ही जाग गए। अपनी शारीरिक स्थिति के कारण कल हनुमान गढ़ी एवं राम जन्मभूमि परिसर स्थित राम लला के दर्शन के लिए पैदल भ्रमण के कारण मेरे पैरों में कुछ दर्द सा महसूस हो रहा था इसके बावजूद भी मुझे कल…
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यात्रा वृतांत, अयोध्या में हनुमानगढ़ी एवं राम जन्मभूमि स्थित राम लला का दर्शन एवं मां सरयू की महाआरती ….
अक्षय नामदेव। 13 नवंबर को दोपहर लगभग 2:30 बजे हम अयोध्या के भ्रमण के लिए अशर्फी भवन से बाहर निकले। अयोध्या की भीड़ भाड़ भरी सड़कों को देखते हुए हमने निर्णय लिया कि हम अपनी गाड़ी अशर्फी भवन में ही खड़े रहने दे और वहां स्थानीय साधनों से ही यहां वहां दर्शन के लिए जाएं। हमारी गाड़ी के ड्राइवर विनय ने कहा कि वह भी हमारे साथ जाना चाहता है।…
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यात्रा वृतांत, यहां- वहां घूमते रहते हो; कभी दतिया आओ हम तुम्हें मां पीतांबरा के दर्शन के लिए ले चलेंगे, रेखा दीदी ने आत्मीयता पूर्ण ढंग से कहा ….
अक्षय नामदेव। 13 नवंबर की सुबह हमें अयोध्या की ओर रवाना होना है। यह जानकारी मैंने आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी स्मृति संरक्षण अभियान के संयोजक गौरव अवस्थी को पूर्व से ही दे दी थी। सुबह हम जल्दी तैयार हो कर होटल के दूसरे तल पर स्थित हाल पर आ चुके थे जहां सुबह के नाश्ते एवं चाय का प्रबंध था। यह विदाई की भी बेला थी। देश के अलग-अलग राज्यों…
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यात्रा वृतांत, फ़िरोज गांधी डिग्री कॉलेज के सभागार में धूमधाम से मनाया गया आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी स्मृति संरक्षण अभियान की रजत जयंती को …
अक्षय नामदेव। 12 नवंबर की शाम 6:00 बजे फिरोज गांधी सभागार में हम फिर एक बार उपस्थित हुए।आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी राष्ट्रीय स्मारक समिति द्वारा मई 1998 को शुरू किये गए ‘आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी स्मृति संरक्षण अभियान’ की रजत जयंती को फ़िरोज गांधी डिग्री कॉलेज के सभागार धूमधाम से मनाया गया जिसके हम साक्षी बने। 11 एवं 12 नवंबर को आयोजित दो दिवसीय द्विवेदी मेला का यह समापन कार्यक्रम…
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यात्रा वृतांत: किसी भी कार्यक्रम का संयोजक बनना आसान नहीं होता। नींद, भूख, सुख ,चैन, आराम बहुत कुछ त्यागना पड़ता है तब कोई कार्यक्रम सफल हो पाता है ….
अक्षय नामदेव। 12 नवंबर कि सुबह नींद कुछ जल्दी खुल गई थी हालांकि देर रात तक काव्यांजलि में शामिल होने और रात होटल में वापसी के बाद सोते-सोते कुछ ज्यादा देर हो चुकी थी। नींद खुलने पर ऐसा लगा जैसे काव्यांजलि की खुम्हारी अभी बाकी ही है। समय देखने के लिए मोबाइल ऑन किया। सुबह के लगभग 4:30 बजे हुए थे। मोबाइल पर प्राप्त मैसेज का अवलोकन करने पर देखा…