राजधानी में फ्लैट दिलाने के नाम से 700 लोगों से करोड़ों की धोखाधड़ी
फ्लैट दिलाने के नाम पर करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। मामले में पुलिस ने अपराध दर्ज कर पातासाजी शुरू कर दी है। साउथ दिल्ली और पश्चिमी दिल्ली के करीब 700 लोगों को धोखा देकर फरार हुए आरोपी को पुलिस ने कोलकाता से गिरफ्तार किया है। फिलहाल उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
बताया जा रहा है कि एम।कॉम ग्रेजुएट जय प्रकाश सैनी उर्फ त्रिलोक सिंह संधू दिल्ली के द्वारका में रियल एस्टेट कंसल्टेंट के रूप में काम करता था। उसने लोगों को बख्तावरपुर में फ्लैट दिलाने का भरोसा दिया था। उसने कहा कि उसके पास 30 एकड़ ज़मीन है जिसमें वेदांता वेलफेयर सोसायटी नाम से फ्लैट्स का निर्माण किया जा रहा है। इस दौरान उसके झांसे में आए सैकड़ों लोगों ने करोड़ों रुपये देकर यहां फ्लैट बुक कर लिए। लेकिन जैसे ही लोग बताई गई लोकेशन पर फ्लैट देखने पहुंचे तो वहां कोई भी निर्माण कार्य नहीं हो रहा था। और न ही जय प्रकाश सैनी की 30 एकड़ जमीन मिली। इसके बाद 2016 में सैनी के खिलाफ पहली एफआईआर दर्ज की गई। इसके बाद लगातार 47 लोगों ने सैनी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई।
आरोपी सैनी पैसे लेकर दिल्ली से कोलकाता भाग गया और यहां नाम बदलकर रहने लगा। उसने अपना नया नाम त्रिलोक सिंह संधू रख लिया। लेकिन वो दिल्ली पुलिस की नजरों से बच नहीं सका। क्राइम ब्रांच ने उसे कोलकाता से धर दबोचा। फिलहाल उससे पूछताछ चल रही है।
आरोपी के खिलाफ एफआईआर करने वाले पहले निवेशक ने बताया कि आरोपी जय सैनी ने उसे 4।4 करोड़ रुपये का चूना लगाया। निवेशक ने बताया कि उसने सैनी की बातों में आकर चार फ्लैट बुक कर दिए और उसे 34 लाख रुपये की पहली किश्त दे दी। जब तक उन्हें ठगे जाने का पता चलता तब तक वो उसे 4।4 करोड़ की रकम दे चुके थे।