लेखक की कलम से

कुश का बाँदा अर्थात कुश का अद्भुत रूप …

कुश की जड़ को दाब का बाँदा नाम से भी जानते हैं ये पौधा विशेष तौर पर चुम्बकीय शक्ति प्रदाता जड़ी है। बांदा एक प्रकार का पौधा होता है जो जमीन पर न उगकर किसी वृक्ष पर उगता है। इस प्रकार यह एक परोपजीवी पौधा है। तंत्र शास्त्र में इस पौधे के विशेष महत्व माना जाता हैं।
इसको धन वैभव, सुख समृद्धि का प्रतीक भी माना जाता हैं ।इससे कामना सिद्धि तो होती ही हैं बरक्कत का प्रतीक भी माना जाता हैं।घर में दाब का बांदा रखना शुभ माना जाता हैं।कहा तो ये भी जाता हैं कि तिजोरी में इसको स्थापित करने से कभी घर मे धन की कमी नही रहती
धन वैभव, सुख समृद्धि की कामना से  घर में रखते हैं दाब के बंदा को।तंत्र शास्त्र में वनस्पतियों और बंदा का उपयोग प्राचीन काल से होता चला आया है । बंदा एक तरह का परजीवी पौधा होता है, जो जमीन पर न उगकर किसी पेड़ पर उगता है । दरअसल, तंत्र के अनुसार किसी भी पेड़ पर उगा बंदा यानी बंदा नाम के परजीवी पौधे का एक विशेष उपयोग है । अगर आपको अशोक, पीपल, अनार, वट, गूलर, आम, बड़, हरसिंगार, आंवले आदि पेड़ों पर यदि ये बन्दा नाम का परजीवी पौधा लगा मिल जाए तो, एक दिन पहले निमंत्रण देकर इसे किसी शुभ मुहुर्त में अपने घर ले आएं । लेकिन कब और कैसे यह किसी जानकार से पूछ कर ही करें । दरअसल, इन वनस्पतियों का व्यापक प्रभाव इंसान के शरीर और सुख- समृद्धि पर पड़ता है । तंत्र शास्त्र में अलग -अलग पेड़ पर लगे बांदे के विशेष प्रयोग बतायें गये हैं।मैने दाब के बंदे को बचपन मे नानी जी के घर पर देखा था तभी उत्सुकतावश नानी जी से पूछा कि क्या होता हैं ये क्यों रखते है इसको तब उन्होंने बताया था कि इसको तिजोरी में स्थापित करने से लक्ष्मी माँ की कृपा बनी रहती हैं।उस समय तो नानी जी की आस्था मान बात को छोड़ दिया पर उत्सुकता बनी ही रहती थी कि नानी जी जो बोलती थी उसकी सत्यता क्या थी ।क्या होता हैं बन्दा।अब पढ़ती हूँ तो पता चला कि बंदे तो बहुत से पेड़ो वनस्पतियों के होते है ।पर अभी भी बचपन मे सुने उस दाब के बंदे की बात घर कर गई थी।वही आज आपके समक्ष प्रस्तुत कर रही हूँ।कोई भी गुणी जन इस लेख को पढ़े तो मेरा मार्ग दर्शन अवश्य करें।ताकि मैं ओर कुछ भी इसके बारे में जान सकूँ।
कुश का बांदा-
कुश का बंदा भरणी नक्षत्र में लाकर विधिवत पूजा करें फिर ऊँ नमो धनदाय स्वाहा, इस मंत्र की ग्यारह माला करके इस मंत्र की १०८ बार आहूति देकर बांदे को लाल या पीले कपड़े में रखकर उसमें कुछ पैसे, एक हल्दी गठान, चावल आदि से एक पोटली बनाकर अपनी तिजोरी में रख दें, आपके घर में धन-धान्य की जीवन भर कमी नहीं रहेगी

©डॉ मंजु सैनी, गाज़ियाबाद

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