लेखक की कलम से
लिखना चाहता हूं …
तेरे दीदार को,,
तेरे इकरार को,,
लिखना चाहता हूं,,
तेरे हर मुस्कान को,,
तेरे हर एहसान को,,
लिखना चाहता हूं,,
तेरे हर वादो को,,
तेरे उस एहसासो को,,
लिखना चाहता हूं,,
तेरे हर चंचलता को,,
तेरे हर महानता को,,
लिखना चाहता हूं,,
तेरे उस प्यार को,,
तेरे उस इजहार को,,
लिखना चाहता हूं,,
तेरे गालो की चमकाहट को,,
तेरे पैरों की आहट को,,
लिखना चाहता हूं,,
तेरे पायल की झंकार को,,
तेरे चूड़ियों की खन खनाहट को,,
लिखना चाहता हूं,,
तेरे आंखो कि नर्माहट को,,
तेरे हाथो कि गर्माहट को,,
लिखना चाहता हूं,,
तेरे हर उस लापरवाही को,,
तेरे हर उस वाही वहीं को,,
लिखना चाहता हूं,,
तेरे हर याद को ,,
तेरे हर बात को,,
© इंजी. सोनू सीताराम धानुक, शिवपुरी मध्यप्रदेश