लेखक की कलम से
कोरोना का कर्फ्यू मुबारक …
याद मलाला आती हो तुम मुझको बार बार
शिक्षा की खातिर तुमने साधा मौन हथियार
दिशा दे गई पूरे देश को शिक्षा बेहद जरूरी है
हठ कर बैठी सत्ता के आगे कभी न मानी हार
हम शिक्षक भी हड़ताल पर बैठे हैं लगातार
डटे हुए हैं और डटे रहेंगे पाने को अधिकार
बहिष्कार ऐसी सत्ता को जो सुने नहीं पुकार
शिक्षक बिहार के कह रहे बार बार ललकार!
©लता प्रासर, पटना, बिहार