लेखक की कलम से
हाय रे कोरोना …
हाय रे कोरोना, तोर ले सबो ल हे रोना।
दुनियां बर महामारी बन गए, छीन भर म सबो ल धर गए।
खुद स्वच्छ रहव, दूसर ल स्वस्थव राखव,
नहीं तो जिनगी ले पड़ही सबो ल हाथ धोना।
हाय रे कोरोना, तोर ले सबो ल हे रोना।
चीन के जिनिस सब दुनियां ल भाईस,
फिर ये कोरोना सबो ल काबर तड़पाइस।
कोन अमेरिका, कोन जापान,
इटली, जर्मनी सबो ल भाइस।
लइका, सियान, सबो ल तड़पाइस।
प्रधान मंत्री के अपील ल सफल बनाय बर,
कल घर मे हे सबो ल सोना,
नई तो आघू पड़ही कोरोना ले रोना।
हाय रे कोरोना, तोर ले सबो ल हे रोना।
©देवीनारायन पटेल, जुनाडीह (बलौदा)