लेखक की कलम से

सलिला शिखर सम्मान से सम्मानित होंगी सुजाता चौधरी…

राजस्थान। सलिला संस्था सलूंबर राजस्थान द्वारा प्रतिवर्ष विभिन्न विधाओं की प्रकाशित पुस्तकों के आधार पर साहित्यकारों को सम्मान प्रदान किया जाता है। इसी गौरवशाली परंपरा के क्रम में इस बार भी 12वें सलिला साहित्य सम्मान की घोषणा की गई है। पूरा देश महात्मा गांधी की 150वीं जन्म शताब्दी मना रहा है। इस महान अवसर पर इस वर्ष संस्था द्वारा सर्वोच्च “सलिला शिखर सम्मान” सुजाता चौधरी, भागलपुर,  बिहार को उनके द्वारा रचित गांधी साहित्य पर अर्पित किए जाने की घोषणा की गई है। इससे पूर्व यह सम्मान राजेंद्र सिंह शेखावत आर ए एस अधिकारी, संजीव जायसवाल ‘संजय’, मानस रंजन महापात्र को प्रदान किया गया था। सुजाता चौधरी यह सम्मान लेने वाली चौथी रचनाकार होंगी। 

 

गांधी साहित्य के तहत उनकी उल्लेखनीय पुस्तकें हैं – सौ साल पहले (चंपारण का गांधी), नोआखली एक व्यक्ति की विजय सेना, राष्ट्रपिता और नेताजी, सत्य के दस्तावेज, बापू और स्त्री, महात्मा का अध्यात्म, गांधी की नैतिकता आदि।

 

सलिला संस्था की अध्यक्ष डॉ विमला भंडारी ने बताया कि सलिला साहित्य रत्न सम्मान वर्ष 2021 के अंतर्गत हिंदी उपन्यास विधा की पुस्तक शून्यनाथ की मुस्कान, लेखक अमृतलाल मदान, कैथल (हरियाणा) और राजस्थानी उपन्यास काया री कळझळ, संतोष चौधरी, जोधपुर (राजस्थान) को चयनित किया गया है। हिंदी कहानी की पुस्तक गली आगे मुड़ती है, सुधा जुगरान, देहरादून और राजस्थानी कहानी की पुस्तक, काडर चेंज लेखक ओम प्रकाश तंवर, चूरू (राजस्थान) की पुस्तक का चयन हुआ है।

 

संस्था की चयन समिति ने हिंदी बाल कविता की पुस्तक, हम तो बच्चे हैं लेखिका कुमुद वर्मा, अहमदाबाद (गुजरात) लोककथा पर बाल साहित्य की पुस्तक, नागालैंड की लोककथाएं, सुमन बाजपेयी, दिल्ली को चयनित किया है। उपरोक्त विधागत पुस्तकों के साथ शोधपत्रिका सृजन कुंज, त्रैमासिक के नवंबर 2019 के बाल साहित्य विशेषांक की अतिथि संपादक नवज्योत भनोत, श्रीगंगानगर (राजस्थान) को चयनित किया गया। सभी घोषित सम्मान सलिला संस्था द्वारा होने वाले आगामी समारोह में अर्पित किया जाएगा।

Back to top button