कांग्रेस और भाजपा के बीच प्रतिष्ठा बचाने की जद्दोजहद, जोगी कांग्रेस अध्यक्ष की कुर्सी बचाए रखने की जुगत में…
पेंड्रा। पेंड्रा-गौरेला नगर पंचायत चुनाव में कांग्रेस-भाजपा और जोगी कांग्रेस तीनों अपनी प्रतिष्ठा बचाने के जद्दोजहद में दिखाई दे रहे हैं। चुनाव में जब व्यक्ति महत्वपूर्ण हो जाये तो विकास का मुद्दा गायब होना स्वाभाविक बात हो जाता है। कुछ ऐसा ही हो रहा है नगरीय निकाय चुनाव में भी।
कांग्रेस पार्टी की छत्तीसगढ़ में सरकार है इसलिए वो चाहती है कि भले ही मरवाही व कोटा में उसके विधायक तो नहीं बना सके पर कम से कम इस नगरीय चुनाव में कांग्रेस पार्टी का अध्यक्ष ही पेंड्रा-गौरेला में बैठा दे। वैसे भी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा जोगी के किले को ध्वस्त करने के लिए ही गौरेला-पेंड्रा-मरवाही को जिला बनाया गया है और कांग्रेस सरकार की इस रिटर्न गिफ्ट को लौटने का दबाव भी अब कांग्रेसियों के ऊपर है। शायद कार्यकर्ताओं पर इतना एहसान कम था इसलिए कांग्रेस संगठन द्वारा रही सही कसर मरवाही क्षेत्र के गुलाब राज को बिलासपुर जिले का जिला कांग्रेस अध्यक्ष बना के पूरा कर दिया गया।
क्षेत्र के कांग्रेसी नेता व कार्यकर्ता सरकार व संगठन से जिस प्रकार उपकृत महसूस कर रहे हैं ऐसे स्थिति में कृतज्ञता का भाव लिए कांग्रेसियों द्वारा सरकार व संगठन की प्रतिष्ठा बचाना स्वाभाविक है। इसलिए इन नगरीय चुनाव में स्वयं गुलाब सिंह, चंद्रप्रकाश बाजपेयी, मनोज गुप्ता, शंकर पटेल, मुद्रिका सिंग, प्रमोद परस्ते जैसे ग्रामीण क्षेत्र के सैकड़ों नेता व कार्यकर्ता अपनी पूरी टीम के साथ पूरा दमखम लगा दिये हैं।
वहीं जोगी कांग्रेस भी इस नगरीय चुनाव को जीतकर अपनी कुर्सी के साथ साथ अपनी प्रतिष्ठा को बचाये रखना चाहती है। नवोदित जिले को दृष्टिगत करते हुऐ उनके लिए इस चुनाव में खोने के लिए बहुत कुछ है क्योंकि पेंड्रा नगर पंचायत की वर्तमान अध्यक्ष अरुणा जायसवाल व गौरेला की नगर पंचायत अध्यक्ष सकीला बेगम जोगी कांग्रेस के ही हैं और उनकी गिनती जोगी कांग्रेस के बड़े नेत्रियों में होती है। इसलिये जोगी कांग्रेस चाहेगी ही कि अजित जोगी के गृह नगर गौरेला-पेंड्रा में कम से कम उनका दबदबा बना रहे।
साथ ही तीसरी शक्ति के रूप में उभर रही जोगी कांग्रेस के लिए इस नगरीय चुनाव की दृष्टिकोण से भी पूरे छत्तीसगढ़ में अच्छा संदेश जाये। हालांकि इस नगरीय चुनाव में अजित जोगी और अमित जोगी यहाँ प्रचार में तो नहीं आये पर प्रचार के अंतिम दिनों में रेणु जोगी यहाँ डटीं रहीं और जोगी कांग्रेस के पक्ष में माहौल बनाती जरूर दिखी। जोगी कांग्रेस से ज्ञानेंद्र उपाध्याय, शिव नारायण तिवारी, ओमप्रकाश बंका, जुबेर अहमद गाटर, नीलेश साहू सहित कई नेता कमान संभाले हुये हैं।
भाजपा की बात की जाए तो भाजपा का जनाधार ही शहरी वोटरों में है। ऐसी स्थिति में वह गौरेला और पेंड्रा शहर में भी अपना कब्जा जमाना चाहती है। शायद इसलिए पेंड्रा-गौरेला में प्रभारी बनाने से लेकर टिकट वितरण में बहुत ही संयम बरती गई और युवा, जिताऊ व दिग्गज नेता व कार्यकर्ताओं को ही उम्मीदवार बनाया गया है। हालांकि भाजपा के पास खोने को कुछ भी नहीं पर इस चुनाव में दोनों पार्टियों को जबरदस्त टक्कर दे रही है और पूरे दमखम के साथ चुनावी मैदान में है। भाजपा की ओर से किशोर राय, हर्षिता पांडेय, अर्चना पोर्ते, ब्रिजलाल राठौर, शंकर कंवर, विष्णु अग्रवाल, राकेश चतुर्वेदी, नीरज जैन जैसे दिग्गज कमान संभाले हुए हैं।
कार्यकर्ताओं की इच्छा के अनुरूप पार्षद प्रत्याशी तय किए गए हैं इसलिए असंतोष नहीं है। गौरेला और पेंड्रा दोनों नगर पंचायत में हम अध्यक्ष बना रहे हैं। सभी मिलजुलकर काम कर रहे हैं।
-रामदेव कुमावत, जिलाध्यक्ष भाजपा बिलासपुर
इस नगरीय चुनाव को हम स्पष्ट बहुमत से जीत रहे हैं। माहौल हमारो पक्ष में है। टिकट वितरण से कोई नाराजगी नहीं है। विधायक डॉ. रेणु जोगी स्वयं गौरेला में है।
-ज्ञानेंद्र उपाध्याय, विधायक प्रतिनिधि
हमारी सरकार ने जो विकास किया है। गौरेला-पेंड्रा मरवाही को जिला बनाया है। कार्यकर्ताओं व मतदाताओं में कांग्रेस पार्टी के लिये जबरदस्त का उत्साह है। इस चुनाव में दोनों पार्टियों को सूपड़ा कर हम स्पष्ट बहुमत से सरकार बनाएंगे।
-गुलाब सिंह राज, अध्यक्ष जिला कांग्रेस कमेटी बिलासपुर