पेण्ड्रा-मरवाही

एसडीएम चतुर्वेदी ने कहा- समितियों में धान अधिक आने से आधे की खरीदी लेकिन पूरा खरीदेंगे किसान संशय में न रहे

मरवाही। सभी समितियों में धान निर्धारित मात्रा में खरीदी की जाएगी जहां धान की आवक अधिक है वहां किसानों से आधे धान खरीदने को कहा गया है लेकिन बाद में शेष धान की भी खरीदी की जाएगी। किसानों को इस पर किसी तरह से संदेह करने की आवश्यकता नहीं है। समितियों में इस संबंध में आज देर शाम तक आदेश पहुंच जाएगा।

मरवाही विकासखंड के समितियों में प्रति एकड़ निर्धारित मात्रा से कम तौलाई खरीदी केंद्रों में होने की शिकायत पर आज अफरा-तफरी का माहौल था। इस संबंध में दिल्ली बुलेटिन को एसडीएम मयंक चतुर्वेदी ने बताया कि धान खरीदी केंद्रों में अधिक मात्रा में धान की आवक होने की वजह से आज यह कहा गया था कि बड़े किसानों से धान पूरा न खरीदकर आधा की खरीदी करें। किसी किसान के पास 50 क्विंटल धान है तो अभी 25 क्विंटल की तौलाई होगी लेकिन बाद में शेष बचे धान को भी खरीदी जाएगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस संबंध में सभी समितियों को एक परिपत्र जारी किया जा रहा है जो आज शाम तक समितियों में पहुंच जाएगा। धान खरीदी के संबंध में किसान किसी भी तरह से शंका न करें।

गौरतलब है कि धान खरीदी केंद्र में आज से दिन भर अफरा तफरी का माहौल रहा। वहीं आज मरवाही, शिवनी सहित क्षेत्र के सभी धान खरीदी केंद्रों में 8 क्विंटल प्रति एकड़ की दर से ही खरीदी किया जा रहा था। ज्ञात हो कि पहले 15 क्विंटल प्रति एकड़ की दर से खरीदी करने का आदेश था। जो किसान अपने टोकन के हिसाब से धान लेकर आ रहे हैं उन्हें भी वापस किया जा रहा है।

इस मान से जिन किसानों का 80 क्विंटल का टोकन कटा है उनसे आज से केवल 40 क्विंटल ही धान खरीदी की जा रही है और बाकी धान को वापस ले जाने को कहा जा रहा है। इस प्रकार तय मानक से आधे धान खरीदी से किसानों में आक्रोश है। शासन के रोज नए नए आदेश आने से किसानों के माथे पर चिंता की लकीर खिंच गयी है।

ज्ञात हो कि इस वर्ष वर्षा अच्छी हुई है और किसानों को भरपूर फसल भी मिला है पर इस बार नये नये पेंच फसने से किसान हतोत्साहित हो रहा है। मरवाही, शिवनी, भर्रीडाड़, लरकेनी सहित सभी धान खरीदी केंद्रों में  यही हाल रहा।

ज्ञात हो कि कल से धान खरीदी केंद्रों के कंप्यूटर सॉफ्टवेयर में धान खरीदी की लिमिट बताने लगा है। जिससे सभी किसान आक्रोशित हो गये हैं। पहले यह अनलिमिटेड था। हालांकि धान खरीदी केंद्र के प्रबंधकों को इस संबंध में संतोषजनक जवाब किसानों को देना चाहिए लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है। शिवनी समिति प्रबंधक शेषनारायण दुबे ने कहा कि शासन का जो दिशा निर्देश है उसी के अनुरूप धान खरीदी हो रहा है। यहाँ धान उठाव नहीं होने से समिति के पास धान रखने का संकट है।

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