लेखक की कलम से
मंगलमय हो धनतेरस ….
ख़ुशियों की फुलझड़ियाँ छूटें, सजे सितारों से घर-द्वार !
लक्ष्मी दें आशीष सभी को, आँगन वैभव रहे अपार !
बीमारी लाचारी भागे, सुखी सुरक्षित हो परिवार,
धनतेरस दीवाली सबको, ख़ूब मुबारक़ हो त्योहार !
©शीतल रघुवंशी, अधिवक्ता, दिल्ली उच्च न्यायालय