लेखक की कलम से

मेरा भारत महान है……….

दुश्मन ने अब तक किए कितने वार हैं,
कुछ अपनों का भी सहा तिरस्कार है,
मेरा भारत फिर भी महान हर बार है।

चोट संप्रुभता को पहुंचाई जाती है,
बार-बार साजिश कोई दोहराई जाती है,
कितनी परिक्षा और कैसा व्यवहार है।

मेरा भारत फिर भी महान हर बार है।

तुम लाख ज़ोर आज़मा लो इस पर,
आपस में लड़ाने का काम करो जमकर,
पर हमारी एकता की मिसाल बरकरार है।

क्योंकि मेरा भारत महान हर बार है।

हम एक थे, एक हैं और एक ही रहेंगे,
वतन की आन के खिलाफ कुछ न सहेंगे,
हमें अपनी संस्कृति पे गर्व बेशुमार है।

हां ! मेरा भारत महान हर बार है।

©कामनी गुप्ता, जम्मू  

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