पेण्ड्रा-मरवाही

विधानसभा अध्यक्ष और खाद्य मंत्री के निर्देश के बावजूद नहीं खुला धान खरीदी केंद्र

मरवाही। विधानसभा अध्यक्ष चरण दास महंत और खाद्य मंत्री अमरजीत भगत के निर्देश के बावजूद गौरेला के पास तेन्दुमूड़ा ग्राम में धान खरीदी केंद्र अब तक नहीं खुला पाया है। इससे किसानों में नाराजगी व्याप्त है साथ ही अधिकारियों की मनमानी को भी दर्शाने के लिए यह एक उदाहरण है।

गौरतलब है कि विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरण दास महंत की अनुशंसा पर खाद्यमंत्री अमरजीत भगत ने ग्राम तेन्दुमूड़ा में धान खरीदी केंद्र शुरू करने के आदेश दिए थे। पूरे छत्तीसगढ़ में 1 दिसंबर से धान खरीदी की शुरुआत हो चुकी है। इससे पूर्व छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल सरकार द्वारा किसानों की कठनाईयों को देखते हुए कई नवीन धान केंद्र खोलने की इजाजत भी दी गई थी। तेन्दुमूड़ा सहित आसपास के दर्जनों गांवों के किसानों को भी आशा थी कि किसानों के हितैसी भूपेश बघेल सरकार उनके यहाँ भी धान खरीदी केंद्र खोलकर उपकृत करेगी परंतु ऐसा हुआ नही।

सत्ता बदलने के बाद कांग्रेसियों को लगा था कि अब उनके नेताओं व कार्यकर्ताओं की अब उनकी सरकार में सुनवाई होगी। पर पर ऐसे लगता है कि सत्ता आते जाते रहती है रवैया वही रहता है। यही कारण है कि गौरेला के तेन्दुमूड़ा ग्राम में विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास दास महंत के आश्वासन के बाद भी तेन्दुमूड़ा में धान खरीदी केंद्र नहीं खुल पाया। धान खरीदी केंद्र खुलने की आस लगाए बैठे तेन्दुमूड़ा के आस पास के गांव जैसे धनौली, कोरजा, करहनी, करँगरा, झागराखाड़, नेवसा आदि दर्जनों गांव के किसानों के लिए यह खबर बहुत ही निराशाजनक है।

वहीं जोगी कांग्रेस के नेता व स्थानीय कृषक ज्ञानेंद्र उपाधयाय का कहना है कि ये लोग केवल किसानों को मूर्ख बना रहे हैं। वास्तव में ये लोग किसानों के हित के आड़ में केवल दिखावा करते हैं।

वहीं तेन्दुमूड़ा के स्थानीय निवासी व कोरबा संसद प्रतिनिधि कांग्रेस नेता बाला कश्यप का कहना है कि खाद्य मन्त्री के ऊपर ब्यूरोक्रेसी हावी है। रायपुर जाकर हम लोग इस संबंध में मुख्यमंत्री के समक्ष अपना विरोध दर्ज करवाएंगे।

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