पेण्ड्रा-मरवाही

इंजीनियर अनिश मसीह ने 3 साल में बनवाए 6 हजार प्रधानमंत्री आवास, राज्यपाल से भी पा चुके पुरस्कार

मरवाही। आज के युवा पीढ़ी प्रतिभा और हुनर को जहां अधिक पैसा मिलता है वहीं दिखाना चाहते हैं। यही वजह है कि अच्छे पढ़ाई के बाद नौकरी के लिए बाहर जाना ज्यादा पसंद करते हैं। बहुत कम होते हैं जिनको अपनी माटी से मोह होता है। मरवाही के ऐसे ही एक युवा इंजीनियर अनीश मसीह हैं जिनको अच्छे पैकेज में बाहर नौकरी मिल जाता लेकिन आदिवासियों के बीच रहने में ही उनको अधिक सुकुन मिला। इंजीनियरिंग कॉलेज में अव्वल होने का लाभ उन्होंने प्रधानमंत्री आवास बनाने में दिया। यही वजह है कि तीन साल के भीतर ही छह हजार आवास का निर्माण उन्होंने करवाया। जिला प्रशासन से लेकर राज्यपाल तक का पुरस्कार पा चुके हैं। उनका कहना है कि प्रधानमंत्री आवास के लिए निर्धारित राशि कम है फिर भी इच्छा शक्ति हो तो रहने के लिए मकान तैयार किया जा सकता है।

मरवाही के सोनांचल क्षेत्र में डॉ. भंवर सिंह पोर्ते, स्वरूप सिंह पोर्ते व अजित जोगी जैसे अनगिनत प्रतिभा संपन्न सरकारी सेवक व राजनेता हुए। जिन्होंने अपने कार्यों से मरवाही क्षेत्र का नाम रौशन किया। मरवाही विधानसभा अंतर्गत एक ऐसे ही प्रतिभा है युवा अधिकारी अनीश मसीह की जो कि मरवाही जनपद पंचायत में ब्लॉक कॉर्डिनेटर के पद पर कार्यरत हैं। आज  मरवाही क्षेत्र में उनकी गिनती एक ईमानदार और कर्तव्यनिष्ठ अधिकारी के रूप में होती है।

ज्ञात हो कि अनीश मसीह सासंद प्रतिनिधि राकेश मसीह के सुपुत्र हैं। राकेश मसीह की गिनती एक ईमानदार व सच्चे क्षेत्रीय नेता के रूप में होती है और वे विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत के खास समर्थकों में से एक भी हैं। बावजूद इसके, उनके सुपुत्र अनीश मसीह का शासकीय जीवन सादगी से भरा है। सामान्य परिवार से आने वाले अनीश मसीह ने अपनी प्रारम्भिक शिक्षा मरवाही के शासकीय स्कूल में ली। इसके बाद बालक हाई सेकंडरी स्कूल मरवाही से 12 वीं की परीक्षा पास की। उन्होंने चौकसे इंजीनियरिंग कॉलेज बिलासपुर से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की। जिसमें भी वे कॉलेज टॉपर रहे। इंजीनियर की डिग्री होने के बाद भी उन्होंने प्रारम्भ में मरवाही के कन्या हाई स्कूल में निःशुल्क शिक्षक के रूप में शिक्षा दिया। इस तरह उन्होंने अपने प्रतिभा को सेवा का रूप भी दिया।

इसी कारण उन्होंने गरीबों को छत देने का सपना संजोया। प्रधानमंत्री आवास योजना में सेवा-भाव से सन 2017 में उन्होंने जनपद पंचायत मरवाही में प्रधानमंत्री आवास योजना में ब्लॉक कॉर्डिनेटर का पद जॉइन किया। आज वे केंद्र सरकार की सबसे महत्पूर्ण योजना प्रधानमंत्री आवास योजना में प्रमुख अधिकारी के रूप में मरवाही क्षेत्र में कार्य कर रहे हैं। यही कारण है कि आज प्रधानमंत्री आवास योजना के क्रियान्वयन में मरवाही पूरे जिले में सबसे ऊपर है।

समन्वयक के रूप में यह श्री मसीह की सबसे महत्वपूर्ण उपलब्धि है। यही कारण है कि 2017 में बिलासपुर  के तात्कालीन कलेक्टर पी. दयानंद ने पूरे जिले में प्रधानमंत्री आवास योजना के क्रियान्वन के लिये उन्हें सम्मानित किया। उनकी लगन और मेहनत का ही नतीजा है कि मरवाही जनपद क्षेत्र में उनके नेतृत्व में विगत 3 वर्षों में रिकॉर्ड 6000 से अधिक आवास कार्य पूर्ण कराया गया है। आदिवासी क्षेत्र में उनके द्वारा दी जा रही इन्हीं सेवाओं को देखते हुए 2019 में छत्तीसगढ़ के राज्यपाल महामहिम अनुसुइया उइके द्वारा उन्हें सम्मानित किया गया।

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