पेण्ड्रा-मरवाही

जेसीसी प्रवक्ता वीरेन्द्र ने पूछा क्या राजनीतिक रोटी सेंकने के लिए शामिल हुआ है मरवाही का नाम? टीकर गौरेला में मुख्यालय का विरोध जोर पकड़ने लगा…

मरवाही। जेसीसी के प्रदेश प्रवक्ता वीरेंद्र सिंह बघेल ने गौरेला पेन्ड्रा मरवाही के जिला मुख्यालय टीकर गौरेला में बंनाने पर कड़ी आपत्ति दर्ज की है। उन्होंने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से पूछा है क्या मरवाही का नाम जिले में  इसलिए जोड़ा गया है ताकि राजनीतिक रोटी सेंकी जा सके।

उन्होंने कहा कि नवीन जिले का जिला मुख्यालय मरवाही से 80 किलोमीटर दूर बनाकर मरवाही को तो जिला से ही दूर कर दिए है। केवल नाम के लिए ही मरवाही को शामिल किया गया है। उन्होंने कहा कि मै प्रशासन और कांग्रेस सरकार से पूछना चाहता हूं कि इससे मरवाही वालों को क्या फायदा होगा? क्या कारण है कि जिला मुख्यालय मरवाही के दूर दराज गांव से 80किलोमीटर दूर टीकर गांव में बना रहे है।

जहाँ जिला मुख्यालय बनाया जा रहा वहाँ आदिवासी छात्रावास है और उसमे दूर दराज के बच्चे पढ़ने आते है। इस तरह सरकार बच्चो के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है। उन्होंने कहा कि नवीन जिला मुख्यालय के लिए अगर प्रशासन के पास वैकल्पिक व्यवस्था है तो उसको जरूर देखना चाहिए। जब तक  स्थाई जिला मुख्यालय नहीं बन जाता तब तक सरकार को चाहिये कि केंद्र में स्थित किसी अन्य जगह पर मुख्यलय बनाया जावे।

टीकर के बजाए बिलाासपुर ही ठीक

उन्होंने कहा कि गौरेला के टिकर गांव में जिला मुख्यालय बनाने से अच्छा बिलासपुर जिला मुख्यालय ही ठीक है कम से कम शहर है और एक साथ कई काम भी हो जाता है। वीरेंद्र बघेल ने कहां की फिलहाल जिला मुख्यालय कही बीच में  बनाया जावे ताकि इसका लाभ दूर दराज से आने वाले ग्रामीणों को मिले।

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