पेण्ड्रा-मरवाही

सरकारी स्वास्थ्य केंद्र और निजी पैथोलॉजी की जांच रिपोर्ट में अंतर से मरीज की बन आई जान पर, विभाग मौन

स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही से मरीजों की जान से हो रहा खिलवाड़

मरवाही (अनुपम शुक्ला)। 25 फरवरी को खुबदास लहरे की तबीयत खराब होने पर खून की जांच करने पर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मरवाही की जाँच रिपोर्ट तथा उसी दिन 2 घंटे के अंदर निजी पैथोलॉजी लैब में हुई जाँच की रिपोर्ट में अंतर पाया गया।

मरवाही सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र व निजी पैथोलॉजी लैब के यहाँ मलेरिया होना नहीं बताया गया, जिससे आरोग्य हास्पिटल संचालक डा. एनके जयसवाल के बाहर होने का हवाला देकर पूर्व टाईफाइड की दवा खाने का सलाह दी।

तबीयत ठीक नहीं होने पर खूबदास लहरे पुनः सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मरवाही 26 फरवरी को ईलाज के लिए गया। जहाँ डॉ. हर्ष वर्धन को सभी घटना की जानकारी दी गई जहाँ पर मरीज खूबदास लहरे का ईलाज मलेरिया का किया गया और कहा गया कि यहाँ जाँच अनुसार ईलाज होगा जो कि मलेरिया का इंनजेक्शन लगाया गया।

किन्तु सवाल यह है कि कौन सी जाँच सही है ? क्या सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मरवाही का या फिर निजी पैथोलॉजी लैब का। खैर इन दोनों ने अपने-अपने किये गये जाँच को सही ठहरा रहे हैं। पर खूब दास किस रिपोर्ट को सही माने, क्योंकि अगर गलत दवा खाया तो जान भी जा सकती है।

यदि मुझे कुछ होता तो सम्पूर्ण जिम्मेदारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मरवाही व निजी लैब के संचालक की होगी तथा दोषियों के ऊपर अनुशासनात्मक कार्यवाही हो।

-खूबदास लहरे (पीड़ित)

अगर गलत हुआ है तो दोषियों के खिलाफ हम कार्यवाही करवाएंगे।

-नारायण शर्मा, जिला महामंत्री कांग्रेस

ये घोर लापरवाही है। अगर खूब दास के साथ कुछ अनहोनी हो जाती है तो इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा जबकि वो एक कांग्रेस का कार्यकर्ता भी है फिर आम लोगों का क्या होता होगा।

-वीरेंद्र सिंह बघेल, प्रदेश प्रवक्ता, जोगी कांग्रेस.

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