विधायक प्रतिनिधि ज्ञानेंद्र उपाध्याय ने की मांग प्रावसी मजदूरों का क्वारैंटाइन सेंटरों में ही बने मनरेगा जॉबकार्ड
गौरेला (आशुतोष दुबे)। प्रवासी मजदूरों को लेकर सरकार से लेकर शासन प्रशासन तक सभी गम्भीर हैं। इस समय बड़ी संख्या में प्रावसी मजदूर छत्तीसगढ़ में आ रहे हैं जो कि शासन द्वारा निर्धारित क्वारैंटाइन सेंटरों में रखा गया है।ऐसे में क्वारैंटाइन पीरियड खत्म होने के बाद उनके रोजी रोटी की समस्या भी आएगी। ऐसे में तात्कालिक तौर पर उन्हें मनरेगा में कार्य दिया जा सकता है।
मरवाही विधायक अजीत जोगी के प्रतिनिधि ज्ञानेंद्र उपाध्याय ने मांग की है कि बाहर से जितने भी छत्तीसगढ़ी प्रवासी मजदूर जो कि बाहरी प्रदेशों से अपने निज प्रदेश छत्तीसगढ़ आये हैं और जिन्हें की क्वारैंटाइन सेंटरों में रखा गया है। उन सभी का मनरेगा का जॉब कार्ड बनाया जाना चाहिए। ज्ञानेंद्र उपाध्याय ने कहा कि चुकी उन सभी मजदूरों की जानकारी स्थानीय जनपद पंचायत के सीईओ के पास उपलब्ध है ऐसे में हर प्रवासी मजदूरों का मनरेगा जॉबकार्ड आसानी से बनाया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि जब इन सभी मजदूरों का जॉबकार्ड बन जाय रहेगा तो ऐसे में वे जब अपना क्वारैंटाइन समय काट के वापस अपने गांव घर जाएंगे तो उन्हें आसानी से काम भी मिल जाएगा। उन्होंने कहा कि यदि इन मजदूरों को तत्काल काम नहीं मिला तो इनके सामने जीवन यापन की गम्भीर समस्या उतपन्न हो जायेगी। उन्होंने शासन से यह भी मांग की शाशन को सम्बन्धित ग्राम पंचायत को भी स्पष्ट निर्देश हो कि इन मजदूरों को प्राथमिकता के आधार पर काम दिया जाए।