मध्य प्रदेश

मास्टर प्लॉन में गड़बड़ी के चलते सीएम नाराज, होगा बदलाव

भोपाल के मास्टर प्लॉन पर बवाल, इंदौर के अफसर को सौंपी जाएगी जिम्मेदारी

भोपाल। वर्षों से लंबित पड़े भोपाल शहर के मास्टर प्लान को लागू करने को लेकर विवाद गर्माता जा रहा है। मास्टर प्लान का जो प्रारूप तय किया गया है, उसमें अफसरों के खेल को लेकर अब सरकार एक्शन जल्द ही ले सकती है। सूत्रों के अनुसार मास्टर प्लान की खामियां ठीक करने को लेकर इंदौर के ज्वाइंट डायरेक्टर टाउन एंड कंट्री प्लानिंग एसके मुद्गल का तबादला कर भोपाल ज्वाइंट डायरेक्टर टीएनसीपी की अहम जिम्मेदारी सौंपे जाने की तैयारी है। इसके आदेश एक दो दिन में होने की उम्मीद है। भोपाल शहर का मास्टर प्लान लागू करने को लेकर एक बार फिर नए सिरे से उठापटक शुरू हो गई है। जिसके बाद अभी इसमें और बदलाव भी किए जाएंगे।

मास्टर प्लान की धीमी गति और इसमें आई अनेक शिकायतों के साथ ही अफसरों के खेल की जानकारी के बाद अब मुख्यमंत्री नाराज बताए जा रहे हैं। जिसके बाद भोपाल शहर का मास्टर प्लान जल्द ओके करने को लेकर इंदौर के अफसर को जिम्मेदारी सौंपी जा रही है। इतना ही नहीं भोपाल मास्टर प्लान को लेकर जो पर्यावरणीय आपत्तियां सामने आई हैं, ग्रीन बेल्ट में निर्माण का क्षेत्र जो कि कम किया गया है, उसमें भी बदलाव किया जा सकता है। इसको लेकर मुख्यमंत्री गंभीर बताए जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री की नाराजगी के बाद जनता की शिकायतों और पर्यावरणीय चिंताओं का ध्यान रखते हुए भेापाल शहर के मास्टर प्लान में अभी और बदलाव किए जाएंगे। इसके बाद ही नया प्लान लागू किया जाएगा।

उज्जैन मामले से लिया सबक

बताया जा रहा है कि सरकार ने मास्टर प्लान लागू करने को लेकर उज्जैन शहर के मास्टर प्लान मामले से सबक लिया है। जिसमें पहले कैबिनेट मंत्री मोहन यादव एवं उनके रिश्तेदारों और भागीदारों की जमीनों को उज्जैन सिंहस्थ क्षेत्र से बाहर कर दिया था। जिसको लेकर सरकार की खूब किरकिरी हुई थी और मंत्री मोहन यादव पर भ्रष्टाचार के आरोप भी लगे। इसके बाद मुख्यमंत्री ने मामले में हस्तक्षेप करते हुए सिंहस्थ क्षेत्र का रकबा पुन: बढाने और मंत्री मोहन यादव की जमीनों को भी सिंहस्थ क्षेत्र में शामिल करने के निर्देश दिए थे, जिसके बाद संशोधित प्लान जारी करके सिंहस्थ क्षेत्र का रकबा बढ़ाया गया।

अब बदलेगी भूमिका

भोपाल शहर के मास्टर प्लान को तेज गति देने के लिए अनुभवी अफसर की तलाश शुरू हुई और इंदौर के अफसर पर जाकर रुकी। अब यह जिम्मेदारी इंदौर के ज्वाइंट डायरेक्टर टीएनसीपी एसके मुद्गल को सौंपे जाने की तैयारी है। उन्हें ज्वाइंट डायरेक्टर टीएनसीपी बनाकर भोपाल लाया जाएगा। वे इंदौर शहर के मास्टर प्लान तैयार कराने के साथ ही अपने अनुभव का परिचय दे चुके हैं। हालांकि इसके पहले आवास एवं पर्यावरण विभाग के प्रमुख सचिव मुकेश चंद्र गुप्ता को भी हटाने की तैयारी थी, लेकिन फिर उन्हें न हटाने पर सहमति बन गई है। बताया जा रहा है कि एसके मुद् गल के भोपाल भेजे जाने के बाद इंदौर टीएनसीपी में ज्वाइंट डायरेक्टर पद के लिए शोभित बनर्जी का नाम भी तय कर लिया गया है।

Back to top button