मध्य प्रदेश

तार-तार हुई मानवीयता : एंबुलेंस में डीजल भराने मृत महिला के ही जेवर रख दिए गिरवी

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रीठी का मामला, तीन को जारी हुआ नोटिस

कटनी। मध्यप्रदेश के कटनी जिले के रीठी के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में बड़ा अफसोसजनक मामला सामने आया है। यहां, एक महिला के शव को सरकारी वाहन से घर ले जाने के लिए जब वाहन में डीजल की व्यवस्था अस्पताल प्रबंधन द्वारा नहीं कराई गई तो मृत महिला के स्वजनों को उसके शरीर से जेवर उतारकर गिरवी रखने पड़ गए। तब जाकर सरकारी एबुंलेंस में डीजल डलवाया गया, इसके बाद महिला का शव उसके घर पहुंचाया गया। अब इस मामले में बीएमओ बबीता सिंह ने ड्यूटी डॉक्टर समेत ड्यूटी नर्सेा को नोटिस देकर जवाब तलब किया है।

मानवीयता का नहीं रखा ध्यान

गरीबों को अस्पतालों में लाने ले जाने के लिए एंबुलेंस की सुविधाएं हैं। लेकिन एंबुलेंस में डीजल पेट्रोल ही नहीं हो यह इस तरह का पहला मामला सामने आया हैं। जानकारी के अनुसार रीठी तहसील के ग्राम सिमराकला की 45 वर्षीय सरोज बाई पति गोपाल सिंह पेट दर्द से पीडित थी। मंगलवार को उनकी हालात अधिक खराब होने पर उनको सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रीठी लाकर भर्ती कराया गया। महिला का प्राथमिक उपचार के बाद शाम को उसे जिला अस्पताल रैफर किया गया। लेकिन जिला अस्पताल लाते समय महिला ने दम तोड़ दिया। रात को महिला के स्वजन उसे फिर से रीठी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंचे। रीठी अस्पताल से महिला का शव ले जाने के लिए स्वास्थ्य केंद्र में बात करने पर स्टाफ ने कहा कि एंबुलेंस में डीजल नहीं है। डीजल की व्यवस्था कर दो भिजवा देंगे। मौके पर स्वजनों के पास भी डीजल के लिए रुपये नहीं थे। इसलिए स्वजन को डीजल के लिए मृतक महिला के शरीर के जेवर उतारने पड़े। स्वजन ने पायल सहित अन्य जेवर रीठी में ही गिरवी रखे। तब जाकर उन्हें रुपये मिले और एंबुलेंस में डीजल भरवाकर महिला के शव को बुधवार को उसके घर पहुंचाया गया।

स्वजन ने की दोषी स्टाफ पर कार्रवाई की मांग, बीएमओ बोलीं : जांच कराई जाएगी

पूरे मामले को लेकर मृत महिला के स्वजन में भारी आक्रोश है। उन्होंने कहा कि अस्पताल के स्टाफ के कारण हमें इतनी परेशानी झेलनी पड़ी। इसलिए वरिष्ठ अधिकारियों को उनकी जांच कर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। वहीं, रीठी अस्पताल की बीएमओ बबीता सिंह का इस संबंध में कहना है कि जिस समय यह घटना हुई मैं मौजूद नहीं थी। मामले की जानकारी लगने पर ड्यूटी डॉक्टर, नर्स सहित तीन को कारण बाताओ नोटिस जारी करके दो दिन में स्पष्टीकरण मांगा गया है। पूरे मामले की गहन जांच कराई जा रही है।

 

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