मध्य प्रदेश

व्यापमं का वनरक्षक भर्ती घोटाला : मास्टर माइंड रहे पंकज त्रिवेदी सहित 11 बरी

अन्य आरोपियों के विरुद्ध ट्रायल शुरू

भोपाल। व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) कांड के मास्टर माइंड रहे तत्कालीन परीक्षा नियंत्रक पंकज त्रिवेदी सहित 17 आरोपी वनरक्षक भर्ती परीक्षा-2013 मामले में बरी हो गए हैं। इस मामले की जांच कर रही सीबीआई ने पर्याप्त साक्ष्य के अभाव में अपनी क्लोजर रिपोर्ट भोपाल स्थित विशेष न्यायालय में प्रस्तुत की थी, जिसे कोर्ट ने स्वीकार कर लिया है। मामले में अन्य आरोपितों के विरुद्ध न्यायालय ने अभियोजन (ट्रायल) शुरू कर दिया है। व्यापमं की परीक्षा में गड़बड़ी कर कई अपात्रों को भर्ती कराने के मामले में स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने प्रकरण कायम किया था। इसके बाद व्यापमं (व्यावसायिक परीक्षा मंडल, अब कर्मचारी चयन बोर्ड) के अन्य मामलों के साथ ही यह मामला भी जांच के लिए सीबीआई को स्थानांतरित हो गया था। सीबीआई ने लगभग छह वर्ष जांच के बाद अगस्त 2019 में वनरक्षक भर्ती परीक्षा के मामले में इन आरोपितों के संबंध में क्लोजर रिपोर्ट पेश की थी। बता दें कि जांच एजेंसी ने इस प्रकरण में 60 से अधिक लोगों को आरोपित बनाया था।

इनको किया गया बरी

कांग्रेस नेता संजीव सक्सेना, तत्कालीन डायरेक्टर पंकज त्रिवेदी, राघवेंद्र सिंह तोमर, असिस्टेंट सिस्टम एनालिस्ट अजय श्रीवास्तव उर्फ रिंकू, एजेंट तरंग शर्मा, अजय शंकर मेहता, भूपेंद्र श्रीवास्तव, प्रहलाद सिंह, रामशेष शर्मा, राजेंद्र सिंह गुर्जर, इंद्रभान सिंह, ओम प्रकाश शुक्ला, अभिजीत सिंह पवार, जितेंद्र सिंह रघुवंशी, संतोष गुप्ता, दिलीप गुप्ता, सत्येंद्र राय, केहर सिंह और मोहनलाल सेन शामिल हैं। इनके अलावा पूर्व मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा, पूर्व राज्यपाल रामनरेश यादव, मोहन सिंह गिरनार, धनराज यादव और अजय सिंह पवार की मृत्यु होने के कारण पहले ही उनके विरुद्ध अभियोजन समाप्त किया जा चुका है।

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