मध्य प्रदेश

इंदौर में भारतीय जनता पार्टी सरकार के महत्वाकांक्षी मेट्रो रेल प्रोजेक्ट को लग सकता है ब्रेक, कांग्रेस ने गिनाई भाजपा की नाकामियां…

इंदौर. मध्य प्रदेश में 2023 के विधानसभा चुनाव से पहले इंदौर में मेट्रो चलाने की तैयारी को झटका लग सकता है. पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने राजवाड़ा के आसपास से मेट्रो ट्रैक निकालने पर ऐतराज जताया है. उन्होंने नगरीय विकास विभाग को पत्र लिखा है. उसमें कहा है राजवाड़ा हेरिटेज एरिया है. मेट्रो के लिए खुदाई होने से इसकी नींव कमजोर हो सकती है. अब ताई से बात करने के लिए 14 अक्टूबर को नगरीय विकास विभाग के कमिश्नर निकुंज श्रीवास्तव इंदौर आ रहे हैं. कांग्रेस इसे बीजेपी सरकार की नाकामी बता रही है.

मध्यप्रदेश सरकार के महात्वाकांक्षी मेट्रो रेल प्रोजेक्ट को उन्हीं की पार्टी की वरिष्ठ नेता के पत्र से ब्रेक लग सकता है. सरकार ने विधानसभा चुनाव 2023 से पहले मेट्रो की सवारी कराने का इंदौरवासियों को आश्वासन दिया है. यही वजह है कि मेट्रो का काम तेज गति से चल रहा है. शहर में रीगल से लेकर कोठारी मार्केट, राजवाड़ा और उसके आगे का हिस्सा अंडरग्राउंड रखने का विभाग ने फैसला लिया है. इस एरिया में व्यस्तम मार्केट के अलावा एतिहासिक इमारतें हैं.

पूर्व लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने हेरिटेज एरिया से मेट्रो दूर रखने के लिए नगरीय विकास और आवास विभाग के कमिश्नर निकुंज श्रीवास्तव को पत्र लिखा है. उन्होने गांधी हॉल,गोपाल मंदिर,कृष्णपुरा छत्रियां, बोलियां सरकार की छत्रियां,ऐतिहासिक राजवाड़ा जैसी हेरीटेज बिल्डिंगों की नींव को इससे खतरा बताया है. उनका कहना है मेट्रो प्रोजेक्ट की नींव बड़ी जगह के साथ काफी गहराई में डाली जाती है. इससे सिर्फ इन हेरिटेज इमारतों की नींव को खतरा होगा, बल्कि मेट्रो के वाइब्रेशन से लगातार कम्पन होता रहेगा. ऐसे में संभव है कि हेरिेटेज की नींव के साथ पुरानी इमारतें स्ट्रक्चर भी कमजोर होंगे.

ताई की चिट्ठी से सरकार के सामने प्लान बदलने का दबाव आ गया है. यही वजह कि अब ताई को समझाने 14 अक्टूबर को नगरीय विकास एवं आवास विभाग के कमिश्नर निकुंज श्रीवास्तव खुद इंदौर आ रहे हैं. वे ताई के साथ बैठकर इस समस्या का समाधान निकालने का प्रयास करेंगे. इसके लिए प्रोजेक्ट से जुड़े सभी अधिकारियों को भी इंदौर तलब किया गया है.

कांग्रेस इसे सरकार की नाकामी बता रही है. कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता नीलाभ शुक्ला का कहना है पिछले 10 -12 साल से बीजेपी लोगों को मेट्रो का सपना दिखाकर वोट लेती रही है. 2023 में विधानसभा चुनाव हैं, इसलिए उससे पहले मेट्रो दौड़ाने का आश्वासन सरकार ने दिया था. कछुआ चाल से चल रहे काम की वजह से अब लग रहा है कि ये प्रोजेक्ट 2023 तक पूरा नहीं हो पाएगा. इसलिए अपनी कमियों को छुपाने के लिए सुमित्रा महाजन से पत्र लिखवाया गया है. ताकि जनता को बताया जा सके कि इस वजह से काम पूरा नहीं हो पाया.

पूर्व लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन के पत्र के बाद बीजेपी बैकफुट पर है. सांसद शंकर लालवानी का कहना है 2023 तक शहर में क्या, हम तो महू,उज्जैन और देवास तक मेट्रो ट्रेन चलाने की तैयारी कर हैं. इससे सड़कों पर ट्रैफिक का दबाव कम किया जा सके औऱ लोगों को सुविधा मिल सके

इंदौर में 31.55 किलोमीटर में मेट्रो ट्रेन चलाने के प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है. इसकी कुल लागत 7500 करोड़ 80 लाख रुपए है. पहले चरण में 6 किलोमीटर तक मेट्रो चलायी जाएगी. उसी का काम चल रहा है. शहरी विकास मंत्री भूपेंद्र सिंह दावा कर रहे हैं कि अगले साल यानि 2023 सितंबर महीने में 6 किलोमीटर लंबे सुपर-प्रायोरिटी कॉरिडोर पर मेट्रो रेल चलना शुरू हो जाएगी.

 

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