लेखक की कलम से

लेखक की कलम से

  • ठहर ठहर ….

    वो ठहर- ठहर  कर चलता हैं वो  बागों  में जा  फिरता  हैं, ऐसा  क्यूँ हरपल करता हैं किसके यादों में  करता हैं।   दर्पण से वो बातें करता हैं मन ही मन हॅंसते रहता हैं, क्यूँ ऐसा हाल हुआ उसका किसी से वो नही कहता हैं।।   रातों को भी वो नहीं सोता हैं किसके यादों गीत गुनगुनाता हैं नाम पूछो तो  इधर-उधर करता हैं नीदो में भी वो हरपल…

  • महिला समानता दिवस पर, लैंगिक समानता और सम्मान के लिए महिलाओं का संघर्ष जरूरी ….

    रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया की हर तीन बालिका वधुओं में से एक भारत में रह रही हैं     हेमलता म्हस्के | मानवीय समाज में स्त्री और पुरुषों के बीच लैंगिक समानता की खाई आज भी बहुत गहरी है। पितृ सत्तात्मक समाज और जातिवाद के कारण भेदभाव इतना गहरा और व्यापक है कि अनेक सामाजिक आंदोलनों और कानूनी प्रयासों के बावजूद यह खाई अभी तक पाटी नहीं जा सकी है।…

  • भक्त ….

      भक्त बन जाओ रे प्यारे, भक्त बन जाओ रे, भगवान आएंगे तेरे द्वारे, भक्त बन जाओ रे,   देख जरा शबरी की कहानी, श्री राम की हुई वो दीवानी, झूठे बेर श्रीराम ने खिलाये, प्रेम भक्ति श्रीराम को भाए।   भक्त…..   देखो कान्हा विदुर घर आये, शाक प्रेम से विदुर ने खिलाये, भगवान देखो प्रेम के भूखे, सादे भोजन बनते अनोखे।   भक्त…..   एक मीरा थी प्रेम…

  • 20 जुलाई को फालुन दाफा के चीन में दमन के तेईस वर्ष – भारत में भी मनाया गया विरोध दिवस ….

    मन और शरीर की साधना पद्धति फालुन दाफा का अभ्यास विश्व में 100 से अधिक देशों में 10 करोड़ से अधिक लोगों द्वारा किया जा रहा है। लेकिन दुःख की बात यह है कि चीन, जो फालुन दाफा की जन्म भूमि है, वहां 20 जुलाई 1999 से इसका दमन किया जा रहा है जो आज तक जारी है। 20 जुलाई के दिन को फालुन दाफा अभ्यासी दुनियाभर में विरोध दिवस…

  • कब हिन्दू आस्थावान भय तजेंगे ? …

    ऊपर का अखबारी शीर्षक पढ़े (अमर उजाला: 24 अगस्त 2022: पृष्ठ 10: कालम 2 से 4)। एक सेक्युलर गणराज्य के चिंतनशील नागरिक के नाते आपकी क्या राय है ? ज्ञानवापी शिवालय (मस्जिद) किसका है? इस बिन्दु पर वाराणसी की जिला अदालत में हुयी बहस के दौरान इस्लामी पक्षधर ने कहा कि यह वक्फ संपत्ति है। मुगल बादशाह मोहिउद्दीन औरंगजेब आलमगीर ने इसे वक्फ को दान दिया था। यदि यह भूभाग…

  • हिंदी के 100 बड़े रचनाकारों में शामिल हैं साहित्यकार सविता चडढा …

    हेमलता महस्के । हर्ष का विषय है के पिछले वर्ष की भांति इस वर्ष भी हिंदी के 100 बड़े रचनाकारों में राही रैंकिंग द्वारा  डॉ सविता चड्ढा को इस सूची में शामिल किया गया है। राष्ट्रीय स्तर पर हरियाणा प्रदेश का नाम गौरवान्वित करने के लिए दिया जाने वाला हरियाणा गौरव सम्मान आपको वर्ष 2021 में माननीय मुख्य मंत्री हरियाणा श्री मनोहर लाल खट्टर जी द्वारा चंडीगढ़ में  दिया गया।अपने…

  • नितांत अकेला ….

      नितांत अकेला इंसान दुनिया की भीड़ में साथ चलने वाले महज़ उपयोग करते ज़रूरत पर भीड़ नशे में है कोई दिखावे के नशे में कोई ग़रूर के नशे में कोई वजूद के नशे में अकेला वही है जो किसी नशे में नहीं है जिसे कोई अहंकार नहीं भीड़ पर एतबार नहीं जो जीना चाहता है प्रेम के लिए प्रेम जो दुर्लभ है प्रेम जो अप्राप्य है प्रेम जो भटकन…

  • अधिवक्ता रामभरोस टोण्डे 300 घंटे चलने वाले विश्व के सबसे बड़े कवि सम्मेलन में होंगे शामिल ….

    बिलासपुर। छत्तीसगढ़ बिलासपुर निवासी साहित्यकार एवं अधिवक्ता राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित हो चुके हैं। अधिवक्ता रामभरोस टोण्डे को आयोजक संस्था साहित्यिक सेवा समिति के द्वारा काव्यपाठ हेतु आमंत्रित किया गया हैं। ज्ञातव्य हैं की साहित्यकार रामभरोस टोण्डे गत वर्ष भी वर्ल्ड रिकॉर्ड कवि सम्मेलन में भी शामिल थे। रामभरोस टोण्डे ने जानकारी देते हुए बताया कि संस्था आगामी 21 अगस्त से 2 सितंबर 2022 तक विश्व का सबसे…

  • रणबांकुरे …

      सरहदों पर जो तुम रणबांकुरे, इस कदर खड़े हो। तुम कहां उन दुश्मनों से डरे हो, फौलादी है जज्बात तुम्हारे। तुम तो उस हिमालय की चोटी से भी बड़े हो। अडिंग रहा करते हैं सदा लक्ष्य तुम्हारे, तुम्हारे शौर्य,पराक्रम व वीरता के आगे, हर भारतीय नतमस्तक हो जाता है । देखकर तुम्हें फौजी वर्दी में, हर युवा मन ही मन देशभक्त हो जाता है। मां भारती का सदा तुम…

  • बिन प्यासी रातें …

    रात के अंधेरे में सपने अंजोर हो खुश रहे ये जहां ऐसा ही भोर हो   पलकों पर सपने लेकर जा रात नींद अच्छी देकर ख्वाब बंजारे सा आए ले चल सपनों की नाव खे कर!       ©लता प्रासर, पटना, बिहार                                                       …

  • बारिश ….

      बारिश का मौसम है आया प्रकृति को भी खूब लुभाया   शीतलता का रास रचाकर गर्मी को भी खूब दौड़ाया   जल ही जल सर्वस्व लहरा कागज  की  नौका  तैराया   छ्प छपा छ्प का रिद्म सुना कर मन – तन  में जल  तरंग  बजाया   सैंडविच,पिज्जा,बर्गर खिलवाकर कोका-कोला,कोल्ड-काफी पिलवाया   आशा की बूंदों से खिलकर मन को ताथाथई करवाया   ऊब, घुटन, खीझ से  छूटकर मन का भाव…

  • छोटी छोटी बातों पर की जा रही लोगों की हत्या, समाज में बढ़ रही हिंसा, लोग खुद करने लगे हैं इंसाफ ….

    हम तथाकथित आधुनिक विकास के दौर में हैं। हम व्यक्तिगत सुखों के लिए लालायित रहते हैं। सिर्फ अपनी खुशी के लिए जीते है। हम इस कारण संवेदनहीन स्वार्थी होते जा रहे हैं। सहनशीलता भी खतम होती जा रही हैं। समाज और घर परिवार में हिंसा बढ़ रही है । अहिंसक समाज का मूल्य खतम हो रहा है। समाज में और घर परिवार में बढ़ती अ सहनशीलता का नतीजा यह हो…

  • छोटी- छोटी नदियां ….

    वो अंगूठे की भाषा जानता है इसलिए अपने आसपास के युवाओं का बहुत ख्याल रखता है कहता है ज्यादा पढ़ने से लोग पागल हो जाते हैं!     ©लता प्रासर, पटना, बिहार                                                              

  • बागी बलिया सिरमौर रहा जंगे-आजादी का ….

    बगावत का पर्याय रहा बलिया जनपद। कल (19 अगस्त 2022) जब अपनी तीन-दिन की स्वतंत्रता का 80वां जश्न वह मना रहा था तो आजादी का अमृतोत्सव तब जाज्वल्यमान हो  उठा। समारोह के मुख्यपात्र योगी आदित्यनाथ, जो इस घटना के तीन दशक बाद जन्मे, की वाणी रूंधी थी। तबका मुक्त बलिया चित्तू पाण्डेवाला सबके मानस पटल पर उकेरित हो उठा। ब्रिटिश संसद सन्न थी जब बताया गया था कि बलिया आजाद…

  • मौन यंत्रणा …

      किसी को लूटते देखा, किसी को लूटाते देखा। लालच था मन में, या कोई मजबूरी थी?   कहीं किसी को मारते देखा, और किसी को मरते देखा। ‌    कितना द्वेष था मन में, या जीने की चाह न थी?   किसी को हारते देखा, किसी को हराते देखा। कितनी निराशा भरी थी, या सबकुछ पाने की होड़ थी?   कभी किसी को रोते देखा, कहीं किसी को रुलाते देखा।…

  • प्रयागराज के भारती भवन का क्रंदन सुनो !

    प्रयागराज मनीषियों का मरकज है। कभी उसका बीजमंत्र होता था:- ‘‘पढ़े और पढ़ायें, सुने और सुनाये।‘‘ शायद अब नहीं। वह अक्षहीन हो गया है, बधिर भी। यहीं सवा सदी से ज्ञान का पर्याय रहे ‘‘ भारती भवन‘‘ लाइब्रेरी का अवसान आसन्न है। मगर सत्तानशीनों को न तो फिक्र है। बुद्धिकर्मियों को न तो व्याकुलता। इसीलिये टिकटिकी लगी है कुशल महापौर अभिलाषा गुप्ता की ओर, शायद वे इस धरोहर को बचा…

  • अलविदा सावन …

      आंखें आसमान को देखती रहीं बादल आता उमड़ घुमड़ चला जाता सावन मुंह मोड़ यूं जा रहा खेतों में आंखें जो चहकनी चाहिए भीतर ही भीतर नम होती रहीं अन्न के दानों को सृजन की कसौटी मिली कुछ गर्म कुछ नर्म जिंदगी रही लता चुप क्यों हो कुछ तो बोलो ऐसे मौसम का धैर्य घोलो!       ©लता प्रासर, पटना, बिहार               …

  • Chitra Pawar, Meerut, U.P.

    कोरी कल्पना ….

    कोरी कल्पना और किस्से कहानी से अधिक कुछ भी नहीं ये सारी बातें की पृथ्वी टिकी है गाय के सींग पर शेषनाग के फन, सूर्य की शक्ति या फिर लटकी है अंतरिक्ष के बीचों बीच गुरुत्वाकर्षण के बल पर   सच तो यह है की अपनी करुणा, प्रेम सृजन और जुनून के बल पर स्त्रियां लादे घूम रही हैं पृथ्वी का बोझा अपने सिर पर युगों युगों से …  …

  • मेरे प्रेम की कशिश …

    मै जितनी करीब तुमसे तुम उतने दूर मेरे प्रेम की कशिश कम है शायद या फिर तुम्हारा प्रेम महान ! रोम रोम में तुम हो जिधर देखूं बस तुम हो जाने तुमसे ये कैसा इश्क है मुझसे ये मिलता नहीं मिल मुझसे खिलता भी नहीं प्रेम में मौत नहीं तुम बिन, ये इश्क़ जीने देता भी नहीं ❤️     ©क्षमा द्विवेदी, प्रयागराज               

  • आँख से झरना निकल जायेगा ….

    गज़ल   आस्माँ पे मेघ छाने को है, जाने कब मौसम बदल जायेगा।   चाहतो का मौसम आने को है, जाने कब ये दिल मचल जायेगा।   सोंधी सी खुशबू फिजाओ में है, फिर कही गुल यूँ बहल जायेगा।   साथ में हम तुम बिताये कुछ पल, वरना ये लम्हा फिसल जायेगा।   इन्तज़ार का वो आलम जैसा हो, बेकरारी में संभल जायेगा।   इस जमाने के सितम कुछ कम…

  • लेखिका व साहित्यकार कांता मीना को कला व साहित्य के क्षेत्र में मिला यूथ आइकन अवार्ड…

    बीकानेर। शैक्षणिक अनुभाग पत्रिका इन एज्यूकेशन द्वारा सामाजिक उत्तरदायित्व की कड़ी में यूथ आइकन अवार्ड समारोह का आयोजन गोदावरी पैलेस रानी बाजार में आयोजन हुआ। इस कार्यक्रम में विभिन्न विभिन्न क्षेत्रों में गौरव बढ़ाने वाले युवाओं को यूथ आइकन अवार्ड से नवाजा गया। कार्यक्रम में कला व साहित्य के क्षेत्र में लेखिका व साहित्यकार कांता मीना को संभागीय आयुक्त आईएएस डॉ. नीरज के.पवन, लालेश्वर महादेव मंदिर के अधिष्ठाता विमर्शानंद महाराज,…

  • Chitra Pawar, Meerut, U.P.

    गरीबी ….

    साहब और मैडम के बीच किसी मुद्दे पर बहस छिड़ी है जैसा कि वह दोनों खाना खाते समय अक्सर किया करते हैं साहब की नजर में चीता सबसे फुर्तीला शिकारी है वही मैडम दुनिया भर में बाज को सबसे खतरनाक शिकारी कह रही है दोनों अनेक तर्क वितर्क के साथ अपनी– अपनी बात पर अडिग हैं अच्छा मुनिया तुम्ही बताओ इन दोनों में कौन बड़ा शिकारी है बर्तन मांजती मुनिया…

  • तुमसे ही प्यार है …

    गज़ल   कैसे मै भूलू तुमको जब तुमसे ही प्यार है माना दूर है मुझसे पर तेरा ही इन्तज़ार है आखों में सूरत तेरी लगता है तू पास है अब तो मेरे सासो की बस तू ही झंकार है ये मुमकिन कब है प्रीतम दोनों का एक हो सफ़र पर साकी के पैमाने से कब तुझको इन्कार है अब खूं मे है मेरे दिलकश की मोहब्बत जुनूँ अहवाल अब ये…

  • साहित्यकार सविता चड्ढा को मिला सर्वभाषा संस्कृति समन्वय सम्मान 2022 ….

    हेमलता महस्के । सर्वभाषा संस्कृति समन्वय समिति द्वारा विशाखापट्टनम में आयोजित 16वें अधिवेशन में साहित्यकार, पत्रकार, संपादक और समाजसेवी सविता चड्ढा को पद्मश्री डा विंदेश्वर पाठक और सुरेश नीरव के कर कमलों से इस वर्ष का सर्वभाषा संस्कृति समन्वय सम्मान” दिया गया। अखिल भारतीय सर्वभाषा संस्कृति समन्वय समिति देश-विदेश के दस हज़ार से अधिक बहुभाषी लेखकों वाली देश की लोक प्रिय और प्रतिष्ठित संस्था है। इसके संस्थापक अध्यक्ष सुरेश नीरव…

  • गाइडलाइन जारी : मौसम को लेकर यूपी सरकार का अलर्ट, बरसात और वज्रपात से कैसे निपटें …

    लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मैनपुरी सहित प्रदेश के सभी किसानों, ग्रामीणों को आसमानी बज्रपात से बचाने के दिशा-निर्देश जारी किए हैं। अगले कुछ दिनों में बारिश शुरू होगी। बारिश आएगी तो आसमान में काली घटाएं डेरा जमाएंगी। आसमानी बिजली भी चमकेगी, यह बिजली इंसानों के लिए भी खतरा पैदा कर देती है। सरकार ने आसमानी बिजली से बचने के लिए अलर्ट जारी किया है। बरसात के दौरान बज्रपात से…

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