लेखक की कलम से
लेखक की कलम से
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गाइडलाइन जारी : मौसम को लेकर यूपी सरकार का अलर्ट, बरसात और वज्रपात से कैसे निपटें …
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मैनपुरी सहित प्रदेश के सभी किसानों, ग्रामीणों को आसमानी बज्रपात से बचाने के दिशा-निर्देश जारी किए हैं। अगले कुछ दिनों में बारिश शुरू होगी। बारिश आएगी तो आसमान में काली घटाएं डेरा जमाएंगी। आसमानी बिजली भी चमकेगी, यह बिजली इंसानों के लिए भी खतरा पैदा कर देती है। सरकार ने आसमानी बिजली से बचने के लिए अलर्ट जारी किया है। बरसात के दौरान बज्रपात से…
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मैं और तुम …
क्या तुम ?? मुझमें खोना चाहते हो, मुझे पाना चाहते हो, क्या कहा “हां”, तो मेरे दिल की सुनो, मैं भी… तुझमें समाना चाहती हूं। देखो तुम …. मेरी जिंदगी बन गए हो, अब…. तुम्हारे सिवा , कुछ अच्छा ही नही लगता तुम्हारे अलावा… कोई भाता ही नहीं, इस दिल ने… तुम्हें अपना माना है इन नैनों ने … तुम्हें ही चाहा है तुम्हें ही पूजा है तुम्हारी यादों…
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हर हर गंगे ….
जगत तारिणी माँ कहे , तुमको यह संसार । तन-मन पावन कर रही ,बहा रही रसधार ।।१ हर-हर गंगे बोल के ,करो सखा जयघोष । जीवन में भर जाएगा , सुखद भाव संतोष ।।२ नदी मात्र समझो नहीं ,ये मुक्ति का द्वार । सत्य सनातन देश का ,रचा-बसा संस्कार ।।३ तेरी पूजा आरती , बैठे देखूं नाव । उमड़-घुमड़ करने लगे , अंतर मन के भाव…
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समर्पण …
कुछ फूल अर्पण करना परमात्मा को, जिसने सुंदर संसार बनाया। कुछ जल देना उन छोटे पौधों को, घर आंगन खुशबू से महकाया। अंजुरी भर बिखेर देना दाना उन पंछियों में, जिसने मिलजुल कर जीना सिखाया। ज्ञानी हो तो ज्ञान की ज्योत जलाना, भविष्य के नवनिर्माण में। दीप जलाना तुलसी में भी, सुख शांति के ख्याल से। सब जीवो पर दया तुम करना, कर्तव्य प्रेम…
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प्यार नहीं प्रेम …
प्यार नहीं प्रेम हो गया है मुझे प्यार से कई सीढ़ी ऊपर है प्रेम कहने को तो वह प्यार का पर्यायवाची है पर सच पूछिये तो इनमें कई हजार गुना फासला हो ता है आपस में ….. प्रेम हाँ प्रेम ! सम्पूर्ण होता है यह शब्द अपने आप में…. यह इबादत तक पहुंचा देता है स्नेह के भाव को …. जब किसी से बंधती है प्रेम की डोर…
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आवरण सब उतार कर देखो …
कामनाओं को मार कर देखो आवरण सब उतार कर देखो अपने प्रियतम को जीतने के लिए खुद को हर सिम्त हार कर देखो। प्रेम अतिशय पुनीत होता है अपने अंतस का गीत होता है प्रेम की आग जलाए दिल में, तप के पावन सुभीत होता है । प्रेम मीरा है, प्रेम राधा है प्रेम पीड़ा है, प्रेम बाधा है खुद को अर्पित किया कन्हैया पर, राधा- मीरा …
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काश ….
काश हर पुरुष सत्यवान सम हो जाता। हर महिला सावित्री सम हो पाती। वट पूजन की सात्विकता भी भावनाओं में होती। काश … सभी जीवन में सिर्फ एक वट वृक्ष ही लगाकर सेवा करते ? सभी दीर्घायु होते,स्वच्छ प्राण वायु मिल जाती। पर्यावरण स्वच्छ संतुलन से भर हर्षाता। धरा में हरियाली छा जाती ,भूस्खलन बच जाता। कितना अच्छा लगता जब स्व संरक्षक वट की पूजा घर घर होती। संस्कार और…
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हरियाली का रखें ध्यान ….
धूप में तपिश बहुत है पानी भी छलाये बादल। उमस भयंकर बढ़ा रही जीना मुश्किल लगने लगा। मौसम की मार से बेहाल झेल रहे सब मजबूरी में। पर्यावरण गड़बड़ाया है वृक्ष की महत्ता समझें सब। पानी सूख रहा धरा से नदिया पोखर सूख गए। आधुनिकता से बाहर आकर हरियाली का ध्यान रखना होगा। गर्मी की तपिश बहुत बढ़ी जीवन संकट मे लगने लगा।। ©अनिता…
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राजनीति से परे ….
शिवप्रकाश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भारतीय जनता पार्टी की सरकार के 8 वर्ष पूर्ण हो रहे हैं। अष्ट पूर्ति के इस वर्ष को भारतीय जनता पार्टी सेवा, सुशासन एवं गरीब कल्याण वर्ष के रूप में संपूर्ण देश में मना रही है। सुदूर ग्रामीण एवं वनवासी क्षेत्र में फैले समाज तक मोदी सरकार के संदेश को पहुंचाने के लिए भाजपा के लाखों कार्यकर्ता 15 दिन तक सक्रिय रहेंगे। प्रतिष्ठित…
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आख़िर कैसे …
अजनबी बनकर मिले शहर में अपने पहचान अपनी बताऊँ तो बताऊँ कैसे हाले दिल कुछ इस तरह छुपाया आप बीती सुनाऊँ तो सुनाऊँ कैसे जोश खोया चाल हुई फ़रेबी कदम मिलाऊँ तो मिलाऊँ कैसे क़समें वादे भूल बैठा जो अंजुमन उसके लिए सजाऊँ तो सजाऊँ कैसे इकरार करके जो भुला हो दास्ताँ याद उसे दिलाऊँ तो दिलाऊँ कैसे ख़फ़ा खुद से या तन्हा किया…
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मैं समुद्र हूं, एक ठहरा हुआ …
मैं समुद्र हूं, एक ठहरा हुआ, एक पत्थर तो, फेंक कर देख, कितने अरमानों के मोती, और कितनी सीपियां हैं इसमें, जरा मेरी गहराई में, झांक कर तो देख, मैं समुद्र हूं, एक ठहरा हुआ। छू लेगीं, मेरी लहरें तेरे कदम, जरा मेरे, तट पर आकर तो देख, कितनी ठंडक है, मेरे तट के रेत में, पूनम की चांदनी रात में, नंगे पांव रेत पर, चल कर तो…
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उर्मिला की पीर ….
एक तपस्विनि बनकर भोगा, महलों में वनवास । साँसें चलती थीं उसकी पर, रहती सदा उदास । मात सुनयना, तात जनक ने,दिया उर्मिला नाम । मिली अग्रजा सीता जैसी,धन्य बनाया धाम । लक्ष्मण-गले डाल वरमाला,पाई नई उजास । एक तपस्विनि बनकर भोगा , महलों में वनवास । सियाराम सेवा हित लक्ष्मण,हुए तुरत तैयार | निश्चय किया उर्मिला ने भी,संग चलूँ भरतार | दिया वास्ता सेवा का बस…
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भाजपा सरकार पेट्रोल-डीज़ल पर वैट कम कर जनता को दे राहत, मायावती की अपील
लखनऊ। बहुजन समाज वादी पार्टी की सुप्रीमो व उत्तर प्रदेश की चार बार की मुख्यमंत्री बहन मायावती ने कहा है कि यूपी अब जनता को महंगाई से राहत देने के लिए पेट्रोल और डीज़ल पर वैट की दरें कम करे। उन्होंने रविवार को ट्वीट कर कहा है कि काफी समय बाद अब केन्द्र ने देश में हर तरफ बढ़ती महंगाई, गरीबी, बेरोजगारी व तनाव आदि की मार से त्रस्त बदहाल…
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पुणे की समाजसेविका हेमलता महस्के को राष्ट्रीय स्त्री शक्ति सम्मान मिला …
पुणे की समाज सेविका और लेखिका हेमलता महस्के को नई दिल्ली के हिंदी भवन में 21वा राष्ट्रीय स्त्री शक्ति अवार्ड से सम्मानित किया गया। उनको यह सम्मान गंतव्य संस्थान, नई दिल्ली की ओर से दिया गया। उल्लेखनीय है कि इस बार देश भर से 445 प्रविष्टि प्राप्त हुई जिनमे से 31 महिलाओं व 5 संगठनों को सम्मानित किया गया। हेमलता महस्के को यह सम्मान पिछले तीन सालों में मालिन बस्तियों…
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घौंसला …
युवा होते ही एक पक्षी अपने साथी के साथ दूसरी डाल पर घोंसला रख बसा लेता है परिवार उन्हें साथ रहने के लिए नहीं करने पड़ते विवाह जैसे कई मिथ्या आडम्बर उनके मां बाप को दहेज में नहीं देना होता दाना, पानी, तिनकों का विशाल भंडार नहीं गुजरते वे विवाह पूर्व की पसंद नापसन्द जैसी अनगिनत कठिन परीक्षाओं से परखा नहीं जाता बार बार मादा का गृह सज्जा और नर…
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दुल्हन …
डोली उठी मेरी शानों से बन ठन बैठी बड़ी मानों से, चारों ओर खुशियाँ छाई हैं, होठों में मुस्कान छाई है। रिश्तों का नया नाम मिला सजना का मुझे साथ मिला, मायके की आँगन छोड़ कर ससुराल से नाता जोड़ कर। हो रही माँ पापा से पराई हो रही है मेरी अब बिदाई। अब नई पहचान बनाना हैं पिया के घर को अपनाना है।। ©अर्पणा…
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शांत रस …
तुझको पा और क्या पाना, मन तो है बस हरि दीवाना, जित देंखू उत तू दिख जाए, प्रेम मगन मन बस तुझको गाये। मन मंदिर बना तेरा आशियाना, मैंने सारा जग इसको माना, जीवन मेरा बस तुझको गाना, तू ही मेरी खुशियो का खजाना। जाना तुझको अब क्या है शेष, तू ही बना कुछ मेरा भेष, न कुछ शेष रहा तन मन मे, तेरे गीत ही गूंजे मन…
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परमवीर योगेंद्र ….
योगेंद्र सिंह यादव को परमवीर चक्र मिलने पर बिलासपुर छत्तीसगढ़ का छात्र जयवर्धन शर्मा एक कविता लिखकर दिल्ली बुलेटिन को दिया है जिसे हम हूबहू प्रकाशित कर रहे हैं …..
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राष्ट्रीय चेतना मंच का रंगारंग काव्य संध्या में मुख्य अतिथि इंदुकांत आंगिरस व विशिष्ट अतिथि कोयल विश्वास ने अपनी उपस्थिति में संपन्न …
अभिव्यक्ति राष्ट्रीय चेतना मंच की रंगारंग काव्य संध्या 1 मई 2022 रविवार को आयोजित की गई। काव्य-गोष्ठी वरिष्ठ साहित्यकारा डॉ मृदुला चौहान की अध्यक्षता में हुई। मुख्य अतिथि के रूप में प्रख्यात लेखक और अनुवादक इंदुकांत आंगिरस व विशिष्ट अतिथि के रूप में लेखिका कोयल विश्वास ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। मंच के संस्थापक डॉ० अरविंद कुमार गुप्ता और अध्यक्षा डा.मंजु गुप्ता की उपस्थिति में हुई गोष्ठी का शुभारम्भ मनजीत…
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आधुनिक ….
(लघुकथा) वह सदा आधुनिकता की अंधी दौड़ में दौड़ती रही। आधुनिक दिखने के लिए ऐसे -ऐसे कपड़े पहनती। आधुनिक नहीं, अजीब लगती। सज -धज कर फ़ोटो खिंचवाना, उसका शौंक है। उसकी सोच बस यहीं तक है। बेटे की शादी की। एक साल में ही तलाक़। दूसरी बार की। पंद्रह दिन में शादी ख़त्म। तीसरी बार किए दो साल हुए हैं। बहू ने जुड़वा बेटियों को जन्म दिया। मैडम से…
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जीने की सीख …
अन्न के कण को, आनंद के क्षण को, कभी जाने मत देना || दूसरों से आशा, खुद पर निराशा, कभी आने मत देना || जीवन में मुफ्तखोरी, भूलकर भी चोरी, कभी मत करना || बिना दर्द की दवाई, आपस की लड़ाई, कभी मत करना || बिन बुलाए जाना, बिन पूछे खाना, अच्छी बात नहीं होती || गैरों के आगे इतराना, अपनों से बात छुपाना, सच्ची बात नहीं…
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फ्रांस में उदारवाद की विजय ….
भारतमित्र, मोदी के यार, हिन्द की वायुसेना को राफेल लड़ाकू वायुयान देनेवाले, इमैनुअल मैक्रोन के दोबारा फ्रांस के राष्ट्रपति चुने जाने से यूरोप से दक्षिण पंथी खतरा समाप्त हो गया। विगत दिनों में यह स्पष्ट हो गया था जब तटवर्ती तमिलनाडु, पुदुचेरी तथा कराईकल तटों पर सदियों से बसे अप्रवासी फ्रेंच वोटरों ने गत रविवार (24 अप्रैल 2022) को जाहिर कर दिया था कि उन्होंने उदारवादी दि रिपब्लिक पार्टी के…
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आज भी मारी जाती है लडकियां, गणेश राख जैसे डॉक्टर बचा चुके है हजारों लड़कियां ….
पुणे । (हेमलता म्हस्के) । हमारे समाज में लड़कियों के लिए समस्याएं आज भी कम नहीं है। वे आज भी जन्म से पहले और जन्म के बाद भी मारी जाती हैं। लड़के के मुकाबले लड़कियों की संख्या आज भी बराबर नहीं हो पा रही है। लड़का लड़की में भेदभाव हमारे जीवन मूल्यों की भयंकर खामियों को दर्शाता है। उन्नत कहलाने वाले राज्यों में ही नहीं बल्कि प्रगतिशील समाजों में भी…
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हवा का झोंका ….
एक हवा का झोंका सबकुछ बना सकता और सब उजाड़ भी सकता है हवा का झोंका का आना ही सौभाग्य है तुम्हारा वो तुम्हें जीवन देता है गति प्रदाता है दिशाओं में विचरण करवाता है जमीन पर खड़ा और आसमान को छूने योग्य बनाता है हवा का रहना अनिवार्य है मस्तिष्क की नसों में ही नहीं अंग-प्रत्यांग को सक्रिय और जीवंत बनाता है हवा का झोंका…
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संकट से घिरी अन्नपूर्णा ….
पृथ्वी दिवस पर विशेष हे नारायण फिर कब आओगे, धरती का भार उतारने को? संत जनों को मोक्ष देने और, पापियों को जान से मारने को|| सत्य धर्म फिर नाश हो रहा, अधर्म का बज रहा है डंका| गली-गली में रावण खड़े है, अब घर-घर हो गया लंका| भक्ति किसी कोने पे रो रही, अब तो आओ उबारने को– मैं अपनी दुखड़ा किसे सुनाऊँ, गौ रूप भी…