लेखक की कलम से

आह्वाहन

राष्ट्रीय युवा दिवस 12 जनवरी पर विशेष

युवा दिवस पर कर रही, आह्वाहन मैं आज ।

जागो, उठो, युवा देश के, अधूरे पड़े सब काज।

अधूरे पड़े सब काज, देश का भार उठाओ ।

मन ऊर्जा संचयित कर, राष्ट्र समृद्ध बनाओ ।

कहे सुगन्ध संभलो पहले, फिर देश संभालो ।

तम का करके नाश, देश विश्वगुरू बना लो ।।

राष्ट्र का नेतृत्व करो, दो स्वार्थ अहं को छोड़ ।

सच का थाम हाथ सदा, भाग्य का रुख मोड़।

भाग्य का रुख मोड़, परिपक्व सोच बना लो।

बहादुर कर्मठ रुप, निज जीवन में अपना लो।

कहे सुगन्ध, स्वयं शिष्य, स्वयं गुरु बन जाओ

बनो पुरवाई, पर आँधी से भी टकरा जाओ।।

©पूजा शर्मा “सुगन्ध” गाजियाबाद उ०प्र०

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