लेखक की कलम से

मातृभूमि तेरा वंदन, हे जननी तेरा अभिनंदन – हिंदी साहित्य भारती का अनूठा आयोजन

स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर हिंदी साहित्य भारती छत्तीसगढ़ द्वारा ऑनलाइन काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया जिसके मुख्य अतिथि के रूप में डॉ.अनिल शर्मा उत्तराखंड से और विशिष्ट अतिथि डॉ. सुधीर शर्मा भोपाल से जुड़े। बल्दाऊ राम साहू की अध्यक्षता में यह आयोजन संपन्न हुआ। महामंत्री डॉ. सुनीता मिश्रा ने प्रदेश के विभिन्न जिलों से प्रतिष्ठित कवियों को जोड़कर संचालन के दायित्व का निर्वहन किया। इस काव्य गोष्ठी में सर्वश्री विजय तिवारी, शैलेंद्र गुप्ता, मुकुंद कौशल, डॉ.सुनीता मिश्रा, मयंकमणि दुबे, शिवम मिश्रा, अंशु रेखा, राजन यादव, पीसी लाल यादव, माणिक विश्वकर्मा और अजय पाठक ने अपनी देशप्रेम से भरी कविताओं से ओत प्रोत कर दिया।

कवि मुकुंद कौशल ने गीत भारत से हम जन्म के रिश्ते निभा रहे हैं कार्यक्रम की सफल शुरुआत की, कवि अजय पाठक ने विश्व व्यापी कोरोना संकट के बीच एक आशावान व लयात्मक रचना आज नहीं तो कल रथ का पहिया चल निकलेगा की प्रस्तुती दी। आगे बढते हुए बिलासपुर के वरिष्ठ गीतकार विजय तिवारी ने गीत माटी का ऋण से देश भक्ति को चरम पर पहुंचा दिया तो वहीं कवि पी सी लाल यादव ने गीत ये धरती त्याग तपस्या की ये धरती है बलिदानों की के माध्यम से कलम को हथियार बनाने का संदेश दिया।

कवि राजन यादव ने अपनी छन्दबध रचना हिन्दी को अपनाओ भैया से संस्कृति पर गौरव का संदेश दिया तो। आगे बढ़ते हुए बिलासपुर से युवा कवियत्रि अंशु रेखा ने गीत मर मिटूँ वतन पर एक बार से राष्ट्र पर न्योछावर हो जाने का आह्वान किया।कवि शैलेंद्र गुप्ता ने कविता होगा युध्द अन्तिम बार से देश विरोधी ताकतो को ललकार। इसी कड़ी में बिलासपुर से युवा कवि शिवम मिश्रा ने कविता सुनो के माध्यम से स्वतंत्रता के प्रति पूर्ण स्वाभिमान व सम्मान के भाव के साथ वीरों को नमन किया।

कवि मयंक मणि दुबे ने समाज को दर्पण दिखाती कटु सच को दर्शाती कविता पेश की तो वहीं कवि डॉ मानिक विश्वकर्मा नवरंग ने मेंरे लहू का रंग है तेरे लहू की तरह गीत से मुहब्बत और एकता का संदेश देते हुए सुरीला गीत पढ़ा।कार्यक्रम की अन्तिम कड़ी में विशिष्ट अतिथी डॉ सुधीर शर्मा ने सम्बोधन करते हुए अपना गीत ही मात्रभूमि तेरा वन्दन हे जननी तेरा अभिनंदन से सभी को प्रेरित किया।

आगे बढ़ते हुए मुख्य अतिथी डॉ अनिल शर्मा ने अच्छे सहित्य के सही मापदंडों की चर्चा व अपनी गजल बीहड़ में भी मार्ग बनाया जा सकता है, तुफान में भी दीप जलाया जा सकता है प्रस्तुत की।

समापन की ओर बढ़ते हुए प्रदेश इकाई अध्यक्ष बल्दाऊ राम साहू ने अध्यक्षीय सम्बोधन के साथ अपनी रचना चलो तिरंगे को फहराए प्रस्तूत की। कार्यक्रम का सफल संचालन किया महामंत्री डॉ सुनीता मिश्रा ने किया। यह जानकारी व मीडिया संयोजक आकाश गुप्ता ने दी ।

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