पेण्ड्रा-मरवाही

अस्तित्व में आने वाले नए जिले में महीनों से नहीं है एन्टी रैबीज इंजेक्शन

खस्ता हाल है स्वास्थ्य सुविधाओं का आदिवासी अंचल में

पेण्ड्रा। नवगठित पेण्ड्रा-गौरेला-मरवाही जिला जो जल्द ही अस्तित्व में आ जाएगा। एक ओर जहां सभी प्रकार के सुविधा का विस्तार शाशन के द्वारा कराया जा रहा है तो वहीं गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही के स्वास्थ्य केंद्रों की हाल खस्ता है। क्षेत्र के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में एन्टी रैबीज इंजेक्शन विगत कई महीनों से नहीं है। जिस पर कलेक्टर बिलासपुर से मुलाकात कर जिला पंचायत के सभापति व भाजपा के नेता शंकर कंवर ने क्षेत्र के स्वास्थ्य केंद्रों में तत्काल एंटी रैबीज इंजेक्शन के स्टॉक की मांग की।

कलेक्टर बिलासपुर संजय अलंग का ध्यान आकर्षित करते हुए उन्होंने कहा कि यह क्षेत्र जनजाति बाहुल्य है और वनों से भरा है और यहाँ अधिकतर लोग गरीबी की जीवन जीते हैं। यहाँ अक्सर सांप काटने, सियार काटने व पागल कुत्ते के काटने की घटनाएं आए दिन होती रहती है। एंटी रैबीज इंजेक्सन नहीं होने पर लोग अनायास ही काल के ग्रास बन जाते हैं यदि इसकी समुचित व्यवस्था इन सामुदायिक केंद्रों पर हो जाए तो यहाँ के लोगों के लिए किसी संजीवनी से कम नहीं होगा।

उन्होंने इस संबंध में अपना पत्र भी जिलाधीश को सौंप जिस पर कलेक्टर बिलासपुर ने समुचित कार्यवाही का भरोसा दिलाया। सभापति जिला पंचायत बिलासपुर शंकर कंवर ने कहा कि गौरेला-पेंड्रा-मरवाही के स्वास्थ्य केंद्रों में एंटी रैबीज इंजेशक्सन की मांग कलेक्टर बिलासपुर से की गई है। इन स्वास्थ्य केंद्रों में विगत कई महीनों से एंटी रैबीज इंजेक्सन नहीं है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button