मध्य प्रदेश

अमानक स्तर की धान खरीदी मामले में 3 निलंबित, एक की सेवा समाप्त, करीब एक दर्जन से अधिक को नोटिस जारी

19 करोड़ रुपए कीमत की 32 हजार क्विंटल अमानक धान की कर डाली खरीदी, समर्थन मूल्य पर धान खरीदी में लगातार आ रही शिकायतों पर कलेक्टर ने की समीक्षा

रीवा। मध्यप्रदेश के रीवा जिले में हो रही समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी पर अमानक स्तर की धान खरीदी जा रही है। इसमें से अब तक करीब 19 करोड़ रुपए की 32 हजार क्विंटल धान रिजेक्ट भी की जा चुकी है। लगातार आ रही शिकायतों के चलते कलेक्टर मनोज पुष्प ने समीक्षा के दौरान कई जगह कमियां पाई, जिस पर आकस्मिक निरीक्षण के लिए अधिकारियों को भेजा था। कई जगह से विसंगतियां सामने आई हैं। जिस पर तीन कर्मचारियों को निलंबित किया गया है जबकि एक की सेवा ही समाप्त कर दी गई है। साथ ही करीब दर्जनभर से अधिक संख्या में जिम्मेदारों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है।
जानकारी के अनुसार सेवा सहकारी समिति टीकर में कुछ दिन पहले ही उत्तर प्रदेश से धान बिक्री के लिए लाई गई थी। इसके बावजूद उस केन्द्र में लापरवाही जारी है। अधिकारियों ने आकस्मिक निरीक्षण किया तो पता चला कि खरीदी केन्द्र के नोडल अधिकारी वीरेन्द्र सिंह जो कृषि विस्तार अधिकारी हैं। वह मौके पर नहीं मिले, स्थानीय लोगों ने बताया कि वह कभी नहीं आते हैं। जिसके चलते निरीक्षण रिपोर्ट कलेक्टर के पास पहुंची और कलेक्टर ने वीरेन्द्र सिंह को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।
इसी तरह कलेक्टर के निर्देश पर जिला सहकारी बैंक के सीईओ ने समिति प्रबंधक लवकुश प्रसाद तिवारी को भी निलंबित किया है। उन पर सहकारी समिति पटेहरा, गढ़वा, लूक, भनिगवां, सितलहा आदि का प्रभार है। पटेहरा समिति का खरीदी केन्द्र गढ़वा में बनाया गया है, जहां पर लवकुश तिवारी के मनमानी करने की शिकायतें आई थी। किसानों से तौलाई और हम्माली की राशि जमा करा रहे थे। अमानक धान की खरीदी कराने में उनकी बड़ी भूमिका सामने आई है। इस कारण निलंबित किया गया है। इसी तरह समिति प्रबंधक संतोष कुमार पाण्डेय जो सहकारी समिति कदौला, खैरहन और हर्दीकला में पदस्थ हैं। किसानों से धान खरीदी एवं अन्य कार्यों के नाम पर अतिरिक्त धान एवं रुपयों की वसूली कर रहे थे। इसके साथ ही सात लाख रुपए के गबन का भी आरोप सामने आया है। जिसके चलते निलंबित किया गया है।
गोदाम में अमानक धान जमा करा रहे सर्वेयर
जिले में कई जगह सर्वेयर की भूमिका भी सवालों में रही है। यह रुपए लेकर अमानक धान गोदामों में जमा करा रहे हैं। एमपी स्टेट सिविल सप्लाईज कार्पोरेशन के जिला प्रबंधक ने एक आदेश जारी कर आरबी एसोसिएट को कहा है कि ओम कामता वेयर हाउस, मंदाकिनी वेयर हाउस, शिवम वेयर हाउस आदि का निरीक्षण किया गया था। ओम कामता वेयर हाउस की धान अमानक पाई गई है। इसलिए सर्वेयर शुभम सिंह की सेवाएं समाप्त की जाएं।

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