सुआ, करमा, ददरिया के साथ ट्राइबल डांस फेस्टीवल का रंगारंग हुआ समापन
पेंड्रा। गौरेला के गुरुकुल में आज दो दिवसीय नेशनल ट्राइबल डांस फेस्टिवल का रंगारंग समापन हुआ। आज के इस कार्यक्रम में स्थानीय स्कूली बच्चों व लोक कलाकार मंच द्वारा अनेक प्रकार के गीत संगीत व नृत्य की रंगारंग प्रस्तुति दी गई।
इस प्रकार के कार्यक्रमों से जहां एक ओर आदिवसियों के बच्चों की प्रतिभाओं में निखार आता है तो वहीं दूसरी इन बच्चों को अपनी कला का प्रदर्शन जिला व राज्य स्तर पर करने का मौका भी मिल जाता है। इस प्रकार के महोत्सव से छत्तीसगढ़ के स्थानीय लोक नृत्य जैसे सुआ, कर्मा, ददरिया, गेड़ी आदि विलुप्त हो रहे आदिवासी संस्कृति को पहचान भी मिलने की प्रबल संभावना भी है।
गौरेला विकासखण्ड के स्कूलों से आए बालक-बालिकाओं ने इस नेशनल ट्राइबल डांस फेस्टिवल में भरपूर भागीदारी निभाई व इस महोत्सव का मजा भी लिए। इस कार्यक्रम में स्थानीय लोक कलाकारों ने भी भरपूर सहयोग दिया और समय-समय पर इस कार्यक्रम में चार-चांद लगाते रहे।
आज के कार्यक्रम में यू तो सभी बच्चों का कार्यक्रम काबिलेतारीफ थी पर हाई स्कूल धनोली के बच्चों का गेड़ी निर्त्य व आदिवासी बालिका आश्रम धनोली के बालिकाओं का सुवा नृत्य ने लोगों को मन्त्र-मुग्ध कर दिया।
इस कार्यक्रम में गौरेला जनपद के मुख्य कार्यपालन अधिकारी ओपी शर्मा पूरे कार्यक्रम का दिशा-निर्देश करते हुए कमान संभाले हुए थे। कार्यक्रम का संचालन शिक्षिका दुर्गा साहू ने किया।
आज के इस कार्यक्रम में मुख्य अथिति के रूप में जिला पंचायत के उपाध्यक्ष समीरा पैकरा, जनपद के उपाध्यक्ष विजय राठौर, मरवाही विधायक प्रतिनिधि ज्ञानेंद्र उपाध्याय, कोरबा सासंद प्रतिनिधि बाला कश्यप, शेमरा सरपंच गजमती भानु, अजित सिंग, अफसर खान, श्रीमती श्याम बाईं, हेमनाथ सरराठी सहित अनेक विशिष्टजन सहित बड़ी संख्या में स्कूली छात्र-छात्राएं व आमजन उपस्थित रहे।