पेण्ड्रा-मरवाही

jcc के प्रदेश प्रवक्ता वीरेंद्र बघेल ने कहा- भूपेश सरकार शराबबंदी न करके मुकर गई घोषणा पत्र से

मरवाही (अनुपम शुक्ला)। शराब एक नशा है और आज के दौर में कोई भी आदमी इससे रह नहीं पाता, चाहे वह छोटा हो या बड़ा सब इससे लिप्त है। प्राचीन समय में राजा और महाराजा लोग शराब पीते थे, उसके बाद विदेशी आए और भारतीयों को सिखा दिया। अंग्रेज तो चले गये पर अपनी शराब की आदत छोड़ गए। आज के समय में शराब एक विनाश का कारण बन गया हैं।

जब बीजेपी की सरकार थी तो कांग्रेसी नेता शराबबंदी के लिये आंदोलन किये। 2018 का चुनाव आया तो हर सभा में कांग्रेसी नेता जोर जोर से चिल्लाते थे कि बीजेपी सरकार शराबबंदी करे। यहाँ तक कि घोषणा पत्र में भी शराबबंदी के लिये घोषणा की लेकिन सरकार बनते ही भूल गयी और उन महिलाओं, पीड़ित परिवारों से धोखा कर दी जो इसलिये वोट दी थी कि ये शराबबंदी करेंगे।

लाकडाउन में आप शराब की दुकान खोलवाकर उन महिलाओं और बहनों के ऊपर अत्याचार कर रहे हैं जिनके पति शराब पीकर मारपीट करेंगे और नशा उतारने के लिये घर के बाकी सदस्यों को प्रताड़ित करेंगे। आज के समय में इंसान अपनी उम्र को घटा रहा है। जो इंसान अपनी उम्र को बड़ा सकता था पर शराब से कम कर रहा हैं। शराब एक जानलेवा चीज है इसके लाभ कुछ नहीं है और नुकसान ज्यादा है। शराब से इंसान अपनी शरीर का तो नुकसान कर ही रहा हैं तथा अपने पैसों का भी नुकसान कर रहा है। सरकार को इसका खमियाजा 2023 के चुनाव में उठाना पड़ेगा क्योंकि आपकी कथनी और करनी में जमीन आसमान का अंतर है।

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