आगर मालवा में सहकारी संस्था प्रबंधक के ठिकानों पर लोकायुक्त का छापा, अब तक डेढ़ करोड़ की संपत्ति उजागर
आगर जिले के बढ़ोद थाना क्षेत्र के ग्राम गिरौली 3 और आगर में 2 मकान मिले, जांच जारी
आगर मालवा। मध्यप्रदेश में धनकुबेरों के मामले थमने का नाम नही ले रहे हैं। लोकायुक्त पुलिस जहां भी हाथ डालती है, वहां करोड़ो का आसामी निकलता है। ताजा मामला आगर मालवा जिले का है, जहां मंगलवार को लोकायुक्त की टीम ने एक सहकारी संस्था प्रबंधक के ठिकानों पर छापा मारा। प्रारंभिक जांच में ही प्रबंधक के पास डेढ़ करोड़ की संपत्ति होना उजागर हुआ है। दरअसल, विजानगरी सहकारी साख संस्था के प्रबंधक मोहनलाल विश्वकर्मा द्वारा आय से अधिक संपत्ति एकत्रित करने की शिकायत लोकायुक्त को मिली थी। जिस पर कोर्ट से आदेश प्राप्त कर आज विश्वकर्मा के ठिकानों पर लोकायुक्त द्वारा सर्वे की कार्रवाई की जा रही है।
लोकायुक्त सूत्रों के अनुसार विश्वकर्मा की सर्वे कार्रवाई में आगर जिले के बढ़ोद थाना क्षेत्र के ग्राम गिरौली के तीन घर और आगरा में स्थित दो घरों में एक साथ सर्वे किया जा रहा है। कार्रवाई करने वाली टीम में लोकायुक्त उज्जैन के डीएसपी सुनील तालान, निरीक्षक बलवीर यादव, बसंत श्रीवास्तव, दीपक शेजवार, पुलिस लाइन आगर से भी महिला और पुरुष पुलिस बल लिया गया है साथ ही किसी भी तरह की चिकित्सीय आपात स्थिति बनने की स्थिति में मदद के लिए आगर स्वास्थ्य विभाग से मय स्टाफ के एक एंबुलेंस भी ली गई है। वर्ष 1994 से लेकर अब तक मोहन विश्वकर्मा की कुल आय 30 से 40 लाख रुपए बनती है। इसके विरुद्ध सर्वे में अभी तक करीब डेढ़ करोड़ की संपत्ति सामने आ चुकी है। बहरहाल, समाचार लिखे जाने तक लोकायुक्त जांच जारी है।