मध्य प्रदेश

पाकिस्तान, चीन और हांगकांग में बम बनाने की ट्रेनिंग लेने वाला सरफराज इंदौर पुलिस की हिरासत में

एनआईए से मिले अलर्ट के बाद की गई कार्रवाई, भारत में बड़ा हमला करने की फिराक में आतंकी साजिश रचने का है आरोप

भोपाल/इंदौर। पाकिस्तान, चीन और हांगकांग में बम बनाने की ट्रेनिंग लेने वाले सरफराज मेनन को इंटेलिजेंस ने इंदौर के खजराना से गिरफ्तार कर लिया है। एनआईए के अलर्ट के बाद मुंबई पुलिस ने इंदौर पुलिस से सरफराज की डिटेल सांझा की थी। मुंबई पुलिस को सरफराज के बारे में इनपुट मिले थे। फिलहाल इंटेलिजेंट सरफराज से पूछताछ कर रही है।

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की गुप्त रिपोर्ट के आधार पर इंटेलिजेंस और पुलिस द्वारा देर रात को इंदौर के चंदन नगर से हिरासत में लिए गए सरफराज मेमन से पूछताछ की जा रही है। पूछताछ में सरफराज के हांगकांग लिंक तो मिल गए, लेकिन पाकिस्तान के संबंध में कुछ नहीं बता रहा है। उसने बताया कि बहन की ब्रेन हेमरेज से मौत होने के बाद मानसिक रूप से परेशान था। व्यवसाय के सिलसिले में वह हांगकांग चला गया था, वहां 12 साल रहा था। पुलिस ने मुंबई एटीएस और एनआईए को भी पूछताछ के लिए बुलाया है। यह टीमे आज पहुंचेंगी। दूसरी ओर अलर्ट के बाद इंदौर में बम निरोधक दस्ता भी सक्रिय हो गया है और स्निफर डॉग को लेकर जगह-जगह जांच कर रहा है।

दरअसल, सरफराज को लेकर खुफिया एजेंसियों को सरफराज पुत्र अहमद मेमन के बारे में इनपुट मिला था कि वह 12 साल हांगकांग में रहा है तथा पाकिस्तान, चीन और हांगकांग से ट्रेनिंग लेकर भारत लौटकर आया है और यहां बड़ा हमला करने की फिराक में है। वह अक्सर अलग-अलग देशों में जाया करता है। कई राज्यों में उसके ठिकाने की भी सूचना है। यह भारत के लिए खतरनाक है। एनआईए ने इस गुप्त इनपुट के बाद मुंबई पुलिस को सरफराज मेमन के बारे में सूचना दी थी। एनआईए को जानकारी मिली थी कि वह मुंबई का रहने वाला है। इस पर मुंबई एटीएस हरकत में आई, लेकिन जांच में पता चला कि वह मूलत: इंदौर का रहने वाला है और इस समय इंदौर के चंदन नगर क्षेत्र की ग्रीन पार्क कालोनी स्थित फातमा अपार्टमेंट में रह रहा है। इसके बाद मुंबई एटीएस ने इंदौर के इंटेलिजेंस डीसीपी रजत सकलेचा को यह जानकारी दी। जानकारी मिलते ही इंदौर की खुफिया विभाग और चंदन नगर थाना पुलिस की संयुक्त टीम ने सरफराज के घर धावा बोल दिया। जब यह टीम पहुंची तो सरफराज वहां नहीं था, लेकिन टीम ने उसके माता-पिता को थाने ले आई। इसके बाद देर रात सरफराज स्वयं थाने पहुंच गया।

2007 में खजराना में भी रहा सरफराज

वह 2007 के आसपास इंदौर के खजराना में भी रहा था। यहां वह मेडिकल दुकान चलाता था, जो अब बंद है। यहां का मकान बेचने के बाद ग्रीन पार्क कालोनी में आ गया था। पुलिस के पास वर्ष 2016 से पहले का उसके पासपोर्ट का रिकार्ड नहीं है। उसकी कुछ बातों पर अभी भी संदेह है। लिहाजा मुंबई एटीएस को पूछताछ के लिए बुलाया जा रहा है। बैंक खातों और फोन नबंरों की जांच चल रही है।

गृह मंत्री शाह का ट्विटर अकाउंट हैक करने में शामिल था सरफराज!

सरफराज को चंदननगर इलाके में गुप्त स्थान पर रखा गया है। वह अभी कुछ सवालों के जवाब स्पष्ट नहीं दे रहा है। पूछताछ में शामिल एक अफसर के मुताबिक वर्ष 2020 केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के ट्विटर अकाउंट को हैक कर गंभीर बीमारी की अफवाह फैलाई गई थी। इस मामले में भी सरफराज शामिल रहा था। उसके विरुद्ध गुजरात में केस दर्ज हुआ था। हालांकि, पुलिस केस की पुष्टि नहीं कर रही है। जांच में शामिल अफसरों के मुताबिक, सरफराज के पाकिस्तान कनेक्शन की कड़ियां जुड़ना बाकी है। उसने पाकिस्तान जाने से इनकार किया है। इस बात की तस्दीक कर रहे हैं कि वह हांगकांग या चीन के रास्ते तो पाकिस्तान नहीं गया था। मंगलवार को एटीएस भी एनआइए से मिली रिपोर्ट की जांच करेगी।

अक्सर घर से गायब रहता था

जांच में पता चला है कि सरफराज की गतिविधियां संदिग्ध हैं। शादी के बाद से वह कहीं किराए के कमरे में रहता है, लेकिन उसके दस्तावेज डाक से इसी पते पर आते हैं। वह घर पर तभी आता था, जब उसके दस्तावेज आते थे। यह जानकारी भी मिली है कि उसकी मोबाइल दुकान भी है। विदेश से सस्ते दामों में मोबाइल खरीदकर यहां महंगे दामों पर बेचता है। वह कभी कोलकाता तो कभी मुंबई में रहता है। उनकी मां के निधन के बाद पिता ने दूसरी शादी कर ली थी। इस बात से सरफराज और उसके दो भाई नाराज थे। सभी अलग-अलग जगहों पर रहते हैं। इमारत में रहने वाले लोग उसके बारे में इससे ज्यादा कुछ नहीं बता रहे हैं। पुलिस उसके माता-पिता से भी पूछताछ कर चुकी है।

पासपोर्ट में 15 बार चीन व हांगकांग जाने की दर्ज है एंट्री

डीसीपी जोन-4 आरके सिंह और एडिशनल डीसीपी जोन-4 अभिनव विश्वकर्मा ने सरफराज से पूछताछ की। उसने प्रारंभिक पूछताछ में हांगकांग में रहना स्वीकार किया। उसके पासपोर्ट में 15 बार चीन और हांगकांग जाने की एंट्री दर्ज है। अब इस बात की जांच की जा रही है कि क्या वह हांगकांग के रास्ते पाकिस्तान या तालिबान के संपर्क में तो नहीं था। इस संबंध में पुलिस आयुक्त हरिनारायणाचारी मिश्रा ने बताया कि एनआईए की सूचना के बाद पुलिस ने संदेही सरफराज को हिरासत में लिया है। पुलिस और इंटेलिजेंस की टीम उससे पूछताछ कर रही है। वहीं, एडिशनल डीसीपी अभिनव विश्वकर्मा के अनुसार, सरफराज ने बताया कि उसकी खजराना में दवा की दुकान है, लेकिन कुछ दिनों से बंद है। उसने हांगकांग में रहना कुबूला है। उसके कथनों की जांच की जा रही है। मंगलवार को मुंबई एटीएस भी पूछताछ करने इंदौर आएगी।

सरफराज के बारे में अब तक यह जानकारी आई पुलिस के सामने…

कई भाषाएं जानता है, कई देशों में ली ट्रेनिंग: सरफराज मेमन कई भाषाओं का जानकार है। वह स्पेनिश, चीनी और इंग्लिश भाषा भी जानता है। उसका पासपोर्ट भी हांगकांग से जारी हुआ है। 12 साल हांगकांग में रहा, कई बार चीन गया। उसका एक भाई कुवैत में और दूसरा भोपाल में रहता है। सरफराज का एक बेटा है। वह पाकिस्तान, चीन और हांगकांग में आतंकी गतिविधियों की ट्रेनिंग ले चुका है। तालिबान में स्पेशल ट्रेनिंग करने के बाद वह भारत में मूवमेंट कर रहा था।

5वीं पास, लेकिन मेडिकल स्टोर चला रहा था:  सरफराज मेमन पांचवीं तक पढ़ा है, लेकिन मेडिकल स्टोर चला रहा था। इंदौर के चंदन नगर का रहने वाला है। वह लंबे समय से खजराना इलाके की मस्जिद के पास रह रहा था। उसने यहीं मेडिकल स्टोर भी खोल रखा था। सरफराज का सर्वाधिक मूवमेंट ग्रीन पार्क और खजराना में रहा है।

चाइनीज महिला समेत 5 पत्नियां, 4 भारत में: इंटेलिजेंस डीसीपी रजत सकलेचा ने बताया कि पूछताछ जारी है। मुंबई पुलिस की टीम भी इंदौर पहुंच गई है। सरफराज ने बताया कि उसने हॉन्गकॉन्ग में चाइनीज महिला से शादी की थी। उससे विवाद के बाद से वह यहां आ गया था। भारत में भी उसने 4 शादियां की हैं।

माता-पिता, रिश्तेदारों से भी हो रही पूछताछ: सोमवार को इंटेलिजेंस टीम ने ग्रीन पार्क कॉलोनी में घर की तलाशी ली और उसके माता-पिता से पूछताछ की। इसके अलावा दो और लोगों से पूछताछ की गई। ये लोग कई सालों से सरफराज के साथ यहीं रह रहे हैं। उसकी सभी चारों पत्नियों से भी पूछताछ की जा रही है।

सरफराज ने दी सफाई: तलाशी में मिले दस्तावेज के मुताबिक उसका पता चंदन नगर की ग्रीन पार्क कॉलोनी में रसूल उल्ला मस्जिद के पास फातिमा अपार्टमेंट में फ्लैट नंबर 302 है। सरफराज 2018 में इंदौर आया था। सरफराज ने कहा- किसी ने बदला लेने के लिए फर्जी ईमेल भेजा है। इसलिए पुलिस ईमेल की भी जांच कर रही है। बार-बार विदेश जाने के बारे में पूछताछ की जा रही है।

गृह मंत्री ने कहा- किसी को नहीं छोड़ेंगे

सरफराज मेनन को हिरासत में लेने के बाद गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि शांति के टापू मध्य प्रदेश में कानून का राज है और संदिग्ध गतिविधियों में शामिल किसी भी व्यक्ति को छोड़ा नहीं जाएगा। गृहमंत्री मिश्रा ने बताया कि सोमवार को मुंबई पुलिस और एनआईए की तरफ से इंदौर पुलिस को एक इनपुट मिला था, जिसमें सरफराज के मुंबई में संदिग्ध परिस्थितयों में घूमने की बात सामने आई थी।

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