मध्य प्रदेश

फौजी मेले में सीएम शिवराज ने साधा निशानाः बोले- हमने दुश्मन को घर में घुसकर मारा

सीएम ने किया फौजी मेला एवं प्रदर्शनी का शुभारंभ, कल से तीन दिन तक भारत की तीनों सेनाओं का राजधानी भोपाल में रहेगका जमावड़ा...

भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के एमवीएम मैदान पर भारतीय सेना द्वारा फौजी मेले का आयोजन किया गया है। आज बुधवार सुबह सीएम शिवराज सिंह ने मेले का शुभारंभ किया। मेले में सेना द्वारा युद्ध के दौरान उपयोग किए जाने वाले हथियार और वाहनों की प्रदर्शनी लगाई गई है। मेला देखने के लिए पहले दिन ही बड़ी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं। प्रदर्शनी में सेना के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद हैं। शुभारंभ पश्चात सीएम शिवराज ने यहां सेना के साजो-सामान की प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया। इस दौरान सीएम ने सैन्‍यकर्मियों द्वारा इस्‍तेमाल की जाने वाली बंदूक समेत कुछ अन्‍य उपकरणों को उठाकर भी देखा। यहां पर एक सेल्‍फी प्‍वाइंट भी बनाया गया हैं, जहां सीएम शिवराज सिंह चौहान ने मुस्‍कराते हुए फाटो भी खिंचवाईं।
गौरतलब है कि यह सप्ताह इसलिए भी अहम है क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सहित देश की तीनों सेना के अध्यक्ष एवं सीडीएस भोपाल आ रहे हैं। जल, नभ और थल तीनों सेना का दमखम प्रदर्शित करने वाला यह मेला तीन दिन चलेगा। इस मेले का उद्देश्य भी यह है कि सेना से जुड़ने के उद्देश्य से भी युवा और बच्चे प्रेरणा ले सकें। सेना के बेड़े में शामिल आधुनिक वाहन और हथियार भी देख सकेंगे। मेले में सेना के विमान, जेट लड़ाकू विमान, लड़ाकू हेलीकॉप्टर, अन्य लड़ाकू विमान सहित तोप और गोले व अन्य उपकरणों को भी साझा किया गया है। नौसेना द्वारा इस मेले में युद्ध पोतों, पनडुब्बियों और अन्य आधुनिक उपकरणों की जानकारी साझा की जा रही है। खासकर सेना में भर्ती के इच्छुक युवाओं को जानकारी दी जा रही है।

फौजी मेला मध्यप्रदेश और भोपाल के लिए गौरव की बात

कार्यक्रम का उद्घाटन करने पहुंचे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सेना का मनोबल बढ़ाते हुए उनके जज्बे को सलाम किया। उन्होंने कहा कि फौजी मेला मध्यप्रदेश और भोपाल के लिए गर्व और गौरव की बात है। उन्होंने कहा- चाहे 1965 हो या 1971, पाकिस्तान ने जब-जब जुर्रत की, हमारे सैनिकों ने उसे कड़ा सबक सिखाया है। कारगिल युद्ध में हजारों फीट की ऊंची चोटियों पर चढ़कर दुश्मन का सर्वनाश किया। दुश्मनों ने देश की धरती पर अपने नापाक कदम रखने की कोशिश की तो हमारी सेना ने सर्जिकल स्ट्राइक कर पाकिस्तान को घर में घुसकर मारा। चीन के सैनिकों की गर्दन तोड़कर फेंक दी। दुनिया को बता दिया कि भारत किसी से कम नहीं है।

हर चुनौती का जवाब देने में सक्षम है हमारी सेना

शिवराज ने कहा कि हमारी सेना हर चुनौती का जवाब देने में सक्षम है। हमारी सेना धर्म की जय के लिए काम करती है। दुनिया के कल्याण के काम में हम लगते हैं। उन्होंने कहा कि हमारे जवानों ने देश सेवा करते हुए सदैव अभूतपूर्व साहस का प्रदर्शन किया। जब भी जरूरत पड़ी, तो मातृभूमि की सेवा के लिए सीने पर गोली खाई, शत्रुओं की गोली कभी हमारे जवानों ने पीठ पर नहीं खाई।भोपाल की धरती पर हमारी सेना का स्वागत है। सीएम ने कहा, शहीदों की याद में भोपाल में शौर्य स्मारक बनाया गया है। सेना के टैंक और हथियार और मिल जाएं, तो इसे ऐसा सजाएंगे कि एक बार देखने पर पूरा सेना का परिचय हो जाए। सीएम शिवराज सिंह ने सेना के हथियारों का अवलोकन करने के दौरान गन से सटीक निशाना भी लगाया।, गोली सीधे टारगेट के सेंटर पर लगी। मुख्यमंत्री ने सेना के हथियारों का अवलोकन किया और खुद भी निशाना साधा।

भोपाल में पहली बार हो रही सेना की हाईलेवल बैठक में हो सकता है कोई बड़ा फैसला

एक अप्रैल को पूरे भारत की निगाह भोपाल पर लगी रहेंगी। देश की सुरक्षा से जुड़ी तीनों सेनाओं के अध्यक्षों के साथ पीएम मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ होने वाली बैठक पहली बार भोपाल में हो रही है। इस हाईलेवल बैठक में और भी अधिक क्या होता है, यह तो बैठक के बाद ही पता चलेगा। हालांकि, माना जा रहा है कि भारत के सीमावर्ती इलाकों में हो रही सैन्य गतिविधियों को लेकर इस बैठक में कोई बड़ा फैसला हो सकता है। भारत के सीमावर्ती इलाकों पर विदेशी सेनाओं की गतिविधियों को लेकर भारत अलर्ट मोड में है। पूर्वी लद्दाख में सैन्य गतिविधियों और यूक्रेन रूस युद्ध को लेकर भी भारत टेंशन में है। इसे लेकर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह 1 अप्रैल को भोपाल में रहेंगे। वे चीफ आफ डिफेंस सहित देश की तीनों सेनाओं के अध्यक्ष से संवाद करेंगे। इस अहम बैठक में कोई बड़ा फैसला लिया जा सकता है। देश की सीमाओं पर जवानों की सतर्कता और तैयारी पर भी चर्चा हो सकती है।
हाईलेबल की इस बैठक को देखते हुए देश की देश की सुरक्षा से लेकर गुप्तचर एजेंसियां सक्रिय हो गई हैं और इन एजेंसियों ने भोपाल में डेरा डाल लिया है। कई शहरों से हजारों जवान भोपाल की सुरक्षा में तैनात किए जा रहे हैं। पैरामिलिट्री फोर्स के हजारों जवान भी भोपाल पहुंचने वाले हैं। ये तीनों दिन जमीन से लेकर आसमान तक सेना अलर्ट मोड में रहेंगी। दो दिनों के लिए 31 मार्च और 1 अप्रैल को भोपाल नो फ्लाइंग जोन रहेगा।

31 को आएंगे रक्षा मंत्री एवं सेना अध्यक्ष, पीएम एक अप्रैल को आएंगे

जानकारी अनुसार देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह कल 31 मार्च को भोपाल पहुंच जाएंगे। वहीं, तीनों सेनाओं के प्रमुख सहित सैन्य कमांडरों को चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान संबोधित करेंगे। इसके अगले दिन 31 मार्च को रक्षामंत्री राजनाथ सिंह सीडीएस और तीनों सेनाओं के प्रमुख सहित सैन्य कमांडरों को संबोधित करेंगे। रक्षा मंत्री तीनों सेनाओं के प्रमुखों से रणनीतिक मामलों पर भी चर्चा करेंगे। पीएम मोदी एक अप्रैल को भोपाल आएंगे। इससे पहले पीएम मोदी के दौरे को लेकर एक दिन पहले रिहर्सल की जाएगी। पीएम मोदी और सेना से जुड़े मसले होने के कारण कई कार्यक्रमों को फिलहाल गुप्त रखा गया है।

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