कोरबा

सरकार ने कहा- सुबह शाम खोलें ओपीडी, इधर सरकारी चिकित्सकों ने किया बहिष्कार

16 जनवरी से आपातकालीन सेवाओं को बंद करने की चेतावनी

कोरबा (गेंदलाल शुक्ल) । छत्तीसगढ़ के शासकीय चिकित्सालयों में प्रतिदिन सुबह-शाम दो पारी में ओपीडी खोलने के शासन के आदेश का विरोध शुरू हो गया है। सोमवार को जिला चिकित्सालय कोरबा के चिकित्सकों ने ओपीडी का बहिष्कार किया। उन्होंने 16 जनवरी से ओपीडी के साथ आपातकालीन सेवाओं के भी बहिष्कार की चेतावनी दी है।

छत्तीसगढ़ इन सर्विस डॉक्टर्स एसोसिएशन सीआई डीए के प्रवक्ता डॉक्टर आरकेएस राठौर ने बताया की राज्य सरकार ने एक पखवाड़े पहले प्रदेश के शासकीय चिकित्सालयों में सुबह शाम दोनों समय ओपीडी संचालन का आदेश जारी किया है। सीआई डी ए चिकित्सकों की कमी को देखते हुए दोनों समय ओपीडी खोलने के स्थान पर पूर्व की तरह केवल एक पारी में सुबह के समय ओपीडी खोलने की पूर्व व्यवस्था को यथावत रखने की मांग कर रहा है।

डॉ राठौर ने बताया की सोमवार को ओपीडी का तो बहिष्कार किया गया लेकिन चिकित्सकों ने आपातकालीन सेवाएं जारी रखी है। उन्होंने बताया की 15 जनवरी तक ओपीडी का बहिष्कार जारी रखा जाएगा। राज्य शासन इसके बाद भी अपना आदेश वापस नहीं लेता तो 16 जनवरी से अनिश्चित काल तक आपातकालीन सेवाओं का भी बहिष्कार प्रारंभ किया जाएगा।

उधर जिला चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारी सी एम एच ओ डॉक्टर भारत भूषण बोर्डे ने बताया कि शासकीय चिकित्सकों के ओपीडी बहिष्कार से जिला चिकित्सालय की स्वास्थ्य सेवाएं बेअसर हैं। वैकल्पिक व्यवस्था कर ओपीडी का दो पारियों में पूर्वक संचालन किया जा रहा है।

प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और आयुष चिकित्सालय के चिकित्सक मरीजों की जांच और उपचार के लिए अपनी सेवाएं दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि शासन के आदेशानुसार जिला चिकित्सालय में सुबह शाम दो पारियों में ओपीडी का संचालन किया जा रहा है। यह व्यवस्था आगे भी जारी रहेगी।

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