कोरबा

कलेक्टर किरण कौशल ने कहा- तारपोलीन से ढंककर ही कोयला परिवहन करें

कलेक्टर ने एसईसीएल, एनटीपीसी, बालको सहित विभिन्न उपक्रमों व विभागीय अफसरों की ली बैठक

कोरबा (गेंदलाल शुक्ल) । जिले में बड़े- बड़े वाहनों में खदानों से निकले कोयले के असुरक्षित परिवहन पर जिला प्रशासन सख्त हो गया है। अब सभी प्रकार के कोयले का परिवहन करने वाले वाहनों को तारपोलीन से ढंककर ही कोयले का परिवहन करना होगा। कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने बुधवार को कोयला उत्पादक उपक्रमों एसईसीएल सहित विभिन्न ताप विद्युत केन्द्रों के प्रतिनिधियों के साथ महत्वपूर्ण बैठक कर बिना प्रदूषण फैलाये सुरक्षित रूप से कोल परिवहन के लिये जरूरी विचार-विमर्श किया और निर्देष दिये।

कलेक्टर श्रीमती कौशल ने आने वाले दस दिनों में बिना प्रदूषण फैलाये सुरक्षित कोल परिवहन के लिये सभी व्यवस्थायें पूरी करने के निर्देश संबंधित संस्थानों एवं अधिकारियों को दिये। दस दिन के बाद बिना तारपोलीन से ढंके कोयला परिवहन करने वाले वाहनों तथा असुरक्षित कोल परिवहन पर कड़ी कार्यवाही करने के निर्देश कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने आज परिवहन एवं खनिज विभाग के अधिकारियों को बैठक में दिये।

बिना ढंके कोयला परिवहन करने वाले वाहनों से कोयले की डस्ट हवा के साथ उड़ने या कोयले के बड़े टुकड़े और गिट्टी गिरने से होने वाले दुर्घटनाओं तथा स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों को ध्यान में रखकर यह निर्देश कलेक्टर ने दिए हैं। बैठक में अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी संजय अग्रवाल, पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र सिंह मीणा सहित खनिज विभाग, परिवहन विभाग के अधिकारी और बालको, लैंको, अडानी समूह, एसईसीएल की सभी खदानों के प्रतिनिधि तथा एनटीपीसी और पर्यावरण संरक्षण विभाग के अधिकारी भी शामिल हुये।

बैठक में कलेक्टर ने निर्धारित मात्रा से अधिक कोयला ओव्हर लोडिंग के रूप में परिवहन करने पर भी परिवहन कर्ताओं के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही करने की चेतावनी दी है। उन्होंने बैठक में कहा कि खदानों से निकलने वाले कोयले के वाहनों को निकासी बैरियर पर ही उचित रूप से तौलकर निकाला जाये। वाहनों को तारपोलिन से ढंककर और उसे सीलबद्ध कर ही बैरियर से निकलने की अनुमति दी जाये।

ओव्हर लोडिंग और बिना तारपोलिन के वाहनों को खदान के निकासी गेट पर ही रोकने की व्यवस्था सुनुश्चित करने के निर्देश कलेक्टर ने दिये। श्रीमती कौशल ने जिला प्रशासन द्वारा निर्धारित एवं अनुमति प्राप्त सड़कों से ही कोल परिवहन करने वाले वाहनों का परिचालन भी सुनिश्चित करने के निर्देश सभी कोल उत्पादक एवं उपयोगकर्ता उपक्रमों के प्रतिनिधियों को दिये।

पुलिस अधीक्षक श्री मीणा ने कोल परिवहनकर्ता संगठनों के प्रतिनिधियों को वाहनों के दोनों तरफ बड़े-बड़े अक्षरों में वाहन नंबर लिखाने के लिये भी निर्देशित किया ताकि वाहनों को दूर से ही पहचाना जा सके। उन्होंने वाहनों की विन्ड स्क्रीन पर भी अनिवार्यतः बड़े अक्षरों में पीले बैकग्राउण्ड पर काले रंग से नंबर प्रदर्शित करने के निर्देश भी परिवहनकर्ताओं को दिये।

पुलिस अधीक्षक ने बिना तारपोलीन ढंके कोयला परिवहन करने वाले वाहनों का नंबर और सड़क पर वाहन की स्थिति की जानकारी सीधे फोन पर किसी भी समय पुलिस या परिवहन अधिकारी को देने की भी बात कही, ताकि ऐसे वाहनों पर परिवहन विभाग द्वारा त्वरित कार्यवाही की जा सके और संभावित दुर्घटना से होने वाली जन-धन हानि को रोका जा सके।

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