मध्य प्रदेश

छतरपुर में हैंडपंप उगल रहा पानी के साथ आग, नजदीक जाने से भी डर रहे लोग …

भोपाल/छतरपुर। मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले के कछार गांव में एक हैंडपंप से पानी के साथ आग निकल रही है। जब आसपास के इलाकों में इसका पता चला तो लोग ये नजारा देखने पहुंच गए, लेकिन उससे पानी के साथ आग के शोले निकलते देख डरने लगे। बकस्वाहा से 10 किलोमीटर दूर स्थित कछार गांव की इस घटना को लेकर विशेषज्ञ का कहना है कि बोर से मीथेन गैस निकलने के कारण ऐसी स्थिति बनी है।

ग्रामीणों ने बताया कि गांव में 2 हैंडपंप हैं। जिनसे गांव वाले पानी भरते हैं। बुधवार सुबह से एक हैंडपंप खुद-बखुद आग और पानी उगल रहा है। गांव वाले दहशत में हैं, उनका कहना है कि कहीं जमीन के अंदर कोई बड़ी हलचल तो नहीं हो रही। मामले की जानकारी ग्रामीणों ने पुलिस और स्थानीय अधिकारियों को दी।

गांव के ही देवेंद्र सिंह लोधी का कहना है कि हैंडपंप अक्सर इस तरह से आग और पानी उगलता है। पहले भी ऐसा हुआ है। तब प्रशासन ने उसका हैंडल, अंदर का पंप और पाइप निकालकर खुला छोड़ दिया था। अब इसमें से अक्सर इस तरह से आग और पानी निकलता है। जिससे लोग वहां जाने से डरते हैं। यहां कोई वाहन भी नहीं ले जाता। गांव के लोग हैंडपंप वाली जगह को खराब कहते हैं।

शासकीय मोतीलाल विज्ञान महाविद्यालय, भोपाल के प्रो. डॉ. ज्ञानेन्द्र प्रताप सिंह से इस बारे में चर्चा की तो उन्होंने बताया कि हैंडपंप से पानी के साथ ज्वलनशील गैस का निकलना कोई चमत्कारी घटना नहीं है। यह सामान्य हाइड्रोकार्बन (मीथेन) गैस होती है। जहां अवसादी चट्टानों में पेड़-पौधों के अवशेष अवसाद (बारीक रेत) के साथ दलदली क्षेत्र में जमा होते हैं, वहां भौतिक-रासायनिक प्रक्रिया से मीथेन गैस बनने लगती है। यह गैस गर्म होने से या जलने से घनत्व में कम होती है, जिससे इस गैस के नीचे स्थित भूजल भी ऊपर की ओर उठता है। बकस्वाहा में अवसादी चट्टान जैसे बलुआ पत्थर, शेल आदि मिलते हैं।

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