मध्य प्रदेश

आज से 10 अप्रैल तक महाकाल मंदिर के गर्भगृह में रहेगा प्रवेश बंद

पं. प्रदीप मिश्रा की कथा के चलते होने वाली भीड़ के कारण दर्शन व्यवस्था में बदलाव

उज्जैन। मध्यप्रदेश के उज्जैन स्थित विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन करने आने वाले दर्शनार्थियों को तीन अप्रैल से 10 अप्रैल के बीच गर्भगृह में प्रवेश नहीं मिल पाएगा। यह बड़ा बदलाव पं. प्रदीप मिश्रा की कथा को लेकर किया गया है।

उज्जैन कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने यह जानकारी पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा के पूर्व श्री महाकालेश्वर मंदिर में की जाने वाली व्यवस्थाओं को लेकर आयोजित बैठक में दी। कलेक्टर ने बताया कि आगामी 4 अप्रैल से 10 अप्रैल के मध्य सीहोर वाले पं. प्रदीप मिश्रा की शिवपुराण कथा मुरलीपुरा के ठीक पहले खाली स्थान पर आयोजित हो रही है। इस दौरान महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की सुगम दर्शन व्यवस्था में यह बड़ा बदलाव किया गया है।

बैठक में कलेक्टर ने निर्देश देते हुए कहा कि दर्शन व्यवस्था जिस तरह से महाशिवरात्रि के दौरान की गई थी, उसी के अनुरूप की जाए। पार्किंग के लिए भील धर्मशाला एवं कर्कराज पर पूर्वानुसार व्यवस्थाएं की जाएंगी। महाकाल लोक से दर्शनार्थियों को बैरिकेडिंग में लेकर मानसरोवर तक लाया जाए। बैरिकेडिंग में 8 स्थानों पर पीने के पानी की व्यवस्था रहे। जूता स्टैंड, प्रकाश, पार्किंग, पेयजल की व्यवस्था एवं सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने की व्यवस्था भी महाशिवरात्रि की तरह की जाएगी। नृसिंह घाट पर भी सीसीटीवी कैमरा लगाया जाए। सीसीटीवी कैमरा द्वारा कंट्रोल रूम से श्रद्धालुओं के मूवमेंट की लगातार मॉनीटरिंग की जाए।

अस्थायी अस्पताल तैयार करने के निर्देश

कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने निर्देश दिए कि दर्शनार्थियों की अधिक संख्या होने पर भूखी माता एवं शंकराचार्य चौराहे पर होल्डअप तैयार किया जाए। महाकाल लोक एवं महाकालेश्वर मंदिर परिसर में स्वास्थ्य विभाग की पांच टीम लगाने के निर्देश दिए हैं। 5 बेड का अस्थायी अस्पताल तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं। पीडब्ल्यूडी द्वारा 2 अप्रैल तक बैरिकेडिंग का शत-प्रतिशत कार्य पूर्ण कर लिया जाए। पार्किंग के लिए चिन्हित किए गए स्थानों पर नगर निगम द्वारा पेयजल, बिजली, साफ-सफाई तथा अस्थाई शौचालयों की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं।

आठ लाइन में कराए जाएंगे दर्शन

कलेक्टर ने आदेश दिए हैं कि नो-व्हीकल झोन में सख्ती से नियम का पालन करवाया जाए। अनाधिकृत रूप से वाहन पार्किंग या वाहन प्रवेश पर उक्त वाहनों को क्रेन से उठाने के लिए 10 क्रेन तैनात की जाएं। होमगार्ड को विभिन्न स्नान घाटों पर एसडीआरएफ की टीम तैनात करने, बोट, तैराकों को मय साजो-सामान के मौजूद रहने के निर्देश दिए गए हैं। फूड सेफ्टी अधिकारी भोजनशाला में रहकर अपनी देखरेख में परीक्षण कर भोजन तैयार करवाए। महाकालेश्वर मन्दिर में आठ लाइन में दर्शन करवाए जाएं।

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