लेखक की कलम से

चांद ईद का आया …

 

अम्मी चांद ईद का आया

दामन खुशियां भरकर लाया

अब्दुल हामिद यूसुफ यासिर

सबके ही है यह मन भाया ।

 

ईदी आज मिलेगी सबको

तोहफ़े अब भरेंगे घर को

गले मिले हैं राजू रहमत

दुआ मनेगी तन मन धन को ।

 

इक दूजे के घर जायेंगे

खुशियां सबको दे आयेंगे

दु:ख सारे ही हर कर सबके

सेवइयां मीठी खायेंगे ।

©डॉ. रीता सिंह, आया नगर, नई दिल्ली, अस्सिटेंड प्रोफेसर चंदौसी यूपी

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