लेखक की कलम से

अभिमान बढ़ाएं मिलकर हम

हिन्दी दिवस पर समर्पित

चलो हिन्दी का मान और सम्मान
बढ़ाएं मिलकर हम
विश्व पटल पर अपनी अलग
पहचान बनाएं मिलकर हम..।।

मातृ भाषा की गरिमा को
हम कभी नहीं झुकने देंगे
करो प्रतिज्ञा आज सभी
अभिमान बढ़ाएं मिलकर हम..।।

प्रेम भाव सद्भाव सिखाती
है हमको हिन्दी भाषा
हर दिन हिन्दी दिवस मनाएं
अभियान चलाएं मिलकर हम..।।

बेबस और लाचार नहीं
हम हिन्दी को होने देंगे
मन में ऐसा भाव जगाकर
हिन्दी दिवस मनाएं मिलकर हम..।।

चलो हिन्दी का मान और सम्मान
बढ़ाएं मिलकर हम
विश्व पटल पर अपनी अलग
पहचान बनाएं मिलकर हम..।।
पहचान बनाएं मिलकर हम..।।

©विजय कनौजिया, अम्बेडकर नगर, यूपी

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