ज्ञानेंद्र उपाध्याय की मांग- आश्रम एवं छात्रावास के छात्र-छात्राओं को मिले स्कॉलरशिप
गौरेला (आशुतोष दुबे)। छत्तीसगढ़ में कोरोना महामारी के मद्देनजर छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा स्कूलों में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को लाकडाउन के चलते स्कूल बन्द होने के कारण प्रत्येक छात्रों के पालकों को 40 दिन का सूखा राशन सामग्री प्रदान किया गया है। इस योजना में माध्यमिक शाला के बच्चों को 6 किलो चावल व 1200 ग्राम दाल तथा प्राथमिक शाला के बच्चों को 4 किलो चावल व 800 ग्राम दाल दिया गया है।
उन्होंने कहा कि यह निश्चित ही उन गरीब परिवारों का बहुत बड़ा सहारा होगा जिनकी आजीविका केवल मजदूरी पर टिकी है। उन्होंने कहा कि प्राथमिक व माध्यमिक शाला के बच्चों को जिस तरह 40 दिन का सूखा दिया गया है उसी तरह आश्रम व छात्रावास में रहने वाले बच्चों को भी 40 दिन की शिष्यवृत्ति उनके खातों में डाली जाए।
इस संबंध में मरवाही विधायक प्रतिनिधि ज्ञानेंद्र उपाध्याय द्वारा आयुक्त आदिम जाति कल्याण विभाग छत्तीसगढ़ को पत्र लिखकर आवश्यक कार्यवाही करने की मांग की गई है। उन्होंने इस संबंध में छत्तीसगढ़ के प्रथम मुख्यमंत्री व मरवाही विधायक अजित जोगी को भी पत्र लिखकर उनका भी ध्यान इस ओर आकर्षित कराया है कि प्रदेश में संचालित सभी छत्रावास एवं आश्रम में रहने वाले छात्र-छात्राओं को भी जो कि आश्रम-छात्रावास बंद होने के कारण अपने-अपने घरों को चल दिए हैं। उन्हें भी 40 दिन की शिष्यवृत्ति जो कि उनके रोजाना राशन के रूप में दिया जाना था उसे नकद अथवा उनके खातों में तत्काल डाली जाए। इससे उन गरीब परिवारों को बहुत बड़ी राहत मिलेगी।