गौरेला, पेण्ड्रा व मरवाही तीनों क्षेत्रों में महिलाओं ने पुरूषों को पछाड़ा..
देखिए पूरा आंकड़ा
पेण्ड्रा। त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव के तहत द्वितीय चरण में हुए गौरेला, पेण्ड्रा व मरवाही क्षेत्र के मतदान में इन तीनों ही क्षेत्रों में मतदान के मामले में महिलाओं ने पुरूषों को इस बार पीछे धकेल दिया। पिछड़े आदिवासी क्षेत्र के रूप में गिने जाने वाले इस क्षेत्र में महिलाओं की इस तरह की जागरूकता बता रही है कि महिलाएं अब हर क्षेत्र में आगे निकलने का हौसला रखती है। मरवाही क्षेत्र की महिलाओं ने पेण्ड्रा गौरेला क्षेत्र को भी पीछे छोड़ते हुए अधिक संख्या में अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
ज्ञातव्य है कि 31 जनवरी को गांव की सरकार बनाने इस क्षेत्र में त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव के तहत द्वितीय चरण में हुए गौरेला, पेण्ड्रा व मरवाही क्षेत्र में मतदान हुए हैं। मतदान के बाद निर्वाचन कार्यालय से जो आंकड़े मिले हैं उसके अनुसार इन तीनों ही क्षेत्रों में हुए मतदान में पुरूषों की तुलना में महिलाओं ने अधिक भागीदार निभायी है। इस क्षेत्र की गिनती एक पिछड़े आदिवासी क्षेत्र के रूप में की जाती है लेकिन ये आंकड़े महिलाओं की जागरूकता को प्रदर्शित करती है। यह लोकतांत्रिक व्यवस्था के लिए एक अच्छा संकेत है।
इस क्षेत्र से चर्चित महिलाओं में भूतपूर्व मंत्री स्व. भंवर सिंह पोर्ते की धर्मपत्नी श्रीमती हेमवंत पोर्ते तथा उनकी सुपुत्री श्रीमती अर्चना पोर्ते व नेत्री समीरा पैकरा सहित कुछ का नाम चर्चित है। यह भी संयोग है कि आगामी 10 फरवरी से नए जिले के रूप में आकार ले रहे इस क्षेत्र की ओएसडी के साथ ही पहली कलेक्टर एक महिला के रूप में श्रीमती शिखा राजपूत तिवारी होने जा रही है।
निर्वाचन के आंकड़ों पर एक नजर
गौरेला में 30322 पुरूषों की तुलना में 30334 महिलाओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
पेण्ड्रा में 21728 पुरूषों की तुलना में 22283 महिलाओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
मरवाही में 39081 पुरूषों की तुलना में 42140 महिलाओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।