पेण्ड्रा-मरवाही

प्रभार के जिले में पहुंचे अटल श्रीवास्तव, बड़ी उम्मीदें हैं यहां के लोगों को

बिलासपुर {प्रमोद शर्मा} । प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष अटल श्रीवास्तव को गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिला का प्रभारी बनाया गया है। कोरोना पॉजीटिव का लिंक गौरेला से जुड़ने की खबर के बीच आज जायजा लेने अपने प्रभार के जिला में पहुंचे और संगठन के लोगों के अलावा अधिकारियों से जानकारी ली। इस जिले से अटल का लगाव है और यहां के लोगों को भी उनसे बड़ी उम्मीदें है।

प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा एक सप्ताह पूर्व जिला प्रभारियों की नियुक्ति की गई। कोरोना के चलते कोई भी प्रभारी अपने प्रभार के जिलों में नहीं गए हैं। कल 20 अप्रैल को मध्यप्रदेश के करंजिया में एक कोरोना पॉजीटिव मिला। उक्त व्यक्ति का संपर्क गौरेला से है। पास के गांव में भी वह नियमित रूप से आते-जाते रहा है। रूकता भी था। इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन कल से सक्रिय हो गया। स्वास्थ्य, पुलिस और राजस्व की टीम बनाकर पड़ताल की गई। आज जिला पंचायत अध्यक्ष अरूण सिंह चौहान के साथ अटल श्रीवास्तव पेंड्रा-गौरेला पहुंचे। संगठन के हिसाब से अब अटल को इस जिले का प्रभारी बनाया गया है, ऐसे में उनका आना-जाना तो लगा रहेगा। सरकार की प्राथमिकता वाले जिलों में एक महत्वपूर्ण जिला यह भी है। वह इसलिए कि इस जिले में दो विधानसभा है। दोनों विधानसभा से जोगी कांग्रेस के विधायक हैं। मरवाही से पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी और कोटा विधानसभा से डॉ. रेणु जोगी।

गौरेला-पेंड्रा-मरवाही को जिला बनाए जाने की मांग सालों से की जा रही थी। भाजपा 15 साल तक सरकार में रही लेकिन उनकी प्राथमिकता में जिला बनाना नहीं था। पिछले 3-4 साल पहले जब भूपेश बघेल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष थे तब उनकी प्राथमिकता में बिलासपुर जिला का यह गौरेला-पेंड्रा-मरवाही भी प्रमुख रूप से माना जा रहा था। उस समय कांग्रेस के कार्यक्रम आयोजित करने की जिम्मेदारी अटल श्रीवास्तव को ही दी जाती थी। चुनाव के समय जब राहुल गांधी यहां आए तब भी अटल श्रीवास्तव आयोजन के कर्ता-धर्ता थे। जाहिर है मरवाही गौरेला और पेंड्रा के लोगों से उनके अच्छे संबंध बने। जिला बनने के बाद जब कांग्रेस संगठन का जिलाध्यक्ष बनाया गया और मनोज गुप्ता जब अध्यक्ष बने तब यहां के लोगों में उत्साह देखा गया। मनोज गुप्ता खुद इस जिम्मेदारी से उत्साहित हैं। ऐसे ही जब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारियों को प्रभारी बनाया गया और अटल श्रीवास्तव यहां के प्रभारी बने तब यहां के लोगों में प्रसन्नता देखी गई। प्राथमिकता वाले जिला का प्रभारी बनने से अटल श्रीवास्तव भी खुश होंगे।

अभी तो गौरेला-पेंड्रा-मरवाही सिर्फ जिला ही बना है। यहां विकास की रूपरेखा तय की जानी है। कलेक्टोरेट भवन से लेकर विभिन्न विभागों के बिल्डिंग बनने का प्रस्ताव अभी तैयार हो रहा है। कोरोना की वजह से सब चीज अभी ठंडे बस्ते में चला गया। अधिकारियों के लिए न ठीक तरह से बैठने का समुचित बंदोबस्त है और न ही विभिन्न विभागों का सेटअप अभी तैयार हो पाया। अटल श्रीवास्तव पेशे से इंजीनियर है। इस नए जिले में जो डेवलपमेंट के काम होंगे उसमें अटल की भूमिका रहेगी और प्रभारी होने के नाते होनी भी चाहिए। इस जिले से अमरकंटक की सीमा लगती है। यहां की आबो-हवा एक पर्यटन स्थल की तरह है। सरकार की इच्छा भी है कि इस जिले को पर्यटक स्थल के रूप में विकसित किया जाए। इस बात की मांग कांग्रेस के स्थानीय नेताओं ने की है। छत्तीसगढ़ के हिस्से वाले क्षेत्र अमरकंटकधाम के रूप में विकसित किए जाने की मांग भी की जा रही है। आज अटल श्रीवास्तव का दौरा इन मुद्दों को लेकर भले ही नहीं रहा लेकिन आने वाले समय में यहां के लोगों को अटल श्रीवास्तव के इस जिले का प्रभारी बनने का मायने समझ आएगा।

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