पेण्ड्रा-मरवाही

आदिवासी क्षेत्र को मिली नई पहचान, मुख्यमंत्री ने पूछा कईसे लगथे- बहुत दिन के मांग रहिस हे.. गढ़बो नवा….

छग के मानचित्र पर उभरा गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही जिला, पसान आरआई सर्किल को नए जिले में शामिल करने की घोषणा

पेण्ड्रा/गौरेला। आज से छत्तीसगढ़ के मानचित्र पर एक नया जिला गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही प्रदेश के 28 वें जिले के रूप में नक्शे पर उभर आया। मंच से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के अनौपचारक ऐलान के साथ ही अब इस आदिवासी क्षेत्र को एक नया पहचान मिल गया। अब पसान आरआई सर्किल भी इस जिले का हिस्सा होगा साथ ही अगले साल से अरपा महोत्सव की शुरूआत होगी।

आज यहां आयोजित एक भव्य समारोह में प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ी में अपने ठेठ अंदाज में संबोधित करते हुए उपस्थित लोगों से संवाद करते हुए पूछा कि कइसे लगथे। गौरेला पेण्ड्रा मरवाही को जिला बनाने की मांग बहुत पहले से हो रही थी जिसे पूरा करने का सौभग्य उन्हे मिला। आज जिनकी जयंती है प्रदेश के पहले विधानसभा अध्यक्ष स्व. राजेन्द्र प्रसाद शुक्ला के साथ् पदयात्रा के दौरान जब वे इस क्षेत्र के दौरे में आए थे तब भी लोगों ने जिले की मांग रखी थी। क्षेत्र के वर्तमान विधायक व पहले मुख्यमंत्री जोगी जी भी चाहते थे कि यह जिला बने। अब सबको मिलकर इस जिले को विकास की दिशा में आगे बढ़ाना है। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने स्व माधव राव सप्रे को भी स्मरण किया। उन्होने गौरेला पेण्ड्रा मरवाही के आबो हवा को सबसे अच्छा बताते हुए क्षेत्र के लाख, मधुरस व चांवल की भी प्रसिद्धि की चर्चा की। उन्होने क्षेत्र के लोगों को मयारूख बताते हुए तारीफ की। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मंच से विधायक श्री केरकेट्‌टा की मांग पर पसान आरआई सर्किल को इस जिले में शामिल करने की घोषणा की। साथ ही उन्होने चरणदास महंत की मांग पर अगले साल से जिले में अरपा महोत्सव शुरू करने की भी घोषणा की।

इसके पूर्व सभा को पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी, नेता प्रतिपक्ष धरम लाल कौशिक, विस अध्यक्ष चरण दास महंत, मंत्री जयसिंह अ्ग्रवाल, ताम्रध्वज साहू ने भी संबोधित किया तथा लोगों को नए जिले की बधाई देते हुए विकास की धारा में आगे बढ़ने की शुभकामनाएं दी। श्री जोगी ने विकास को गति देने के लिए इस जिले को गोद लेने की मांग मुख्यमंत्री से की।

कार्यक्रम में विधायक श्री केरकेट्‌टा, रजनीश सिंह, शैलेष पाण्डेय, श्रीमती रेणु जोगी, पूर्व सांसद श्रीमती करूणा शुक्ला, महापौर रामशरण यादव अटल श्रीवास्तव विजय केशरवानी, गुलाब राज, मनोज गुप्ता कांग्रेस नेता , विभोर सिंह, मोहन लाल शुक्ला, नारायण शर्मा,घनश्याम ठाकुर, सहित क्षेत्रीय ग्रामीण जन भारी संख्या में उपस्थित रहे।जिला बनने के बाद अब यहां की पहली कलेक्टर आईएएस श्रीमती शिखा राजपूत तिवारी तथा पुलिस अधीक्षक आईपीएस सूरज सिंह का नाम भी जुड़ गया जो कुछ समय से ओएसडी के रूप में पूरी तैयारी का जिम्मा सम्हाले हुए थे।

सेल्फी लेने की मची रही होड़

जिले के उद्घाटन के लिए यहां आए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल क्षेत्र के आम लोगों से एक एक कर मंच पर मुलाकात करते रहे। इस दौरान लोगों में उनके साथ सेल्फी लेने की होड़ मची रही। सुरक्षा में लगे अधिकारयों को सेल्फी लेने वालों को हटाने में खासी मशक्कत करनी पड़ी।

मुख्यमंत्री ने सबसे पहले विभागीय प्रदर्शनी का अवलोकन किया।।इसके पश्चात नव जिले के शिलालेखों का अनावरण किया गया। कमिंशर बी एल बंजारे, आई जी दीपांशु काबरा, बिलासपुर एसपी प्रशांत अग्रवाल, गौरेला पेण्ड्रा मरवाही एसडीएम मयंक चतुर्वेदी, जिला पंचायत सीईओ रितेश अग्रवाल, पेण्ड्रा रोड के अतिरिक्त कलेटर बी सी साहू भी कार्यक्रम में उपस्थित रहे। स्वागत भाषण बिलासपुर कलेक्टर डॉ संजय अलंग ने दिया। मुख्यमंत्री की अगुवानी  आदिवासी संस्कृति से ओतप्रोत गेड़ी न्रत्य दल द्वारा किया गया।

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