भाजपा की एकजुटता से नगर पंचायत में खिला कमल, सदमे में कांग्रेस और जोगी कांग्रेस
गौरेला। बिलासपुर जिले के नगरीय निकाय चुनाव में सबसे बड़ा उलटफेर गौरेला नगर पंचायत में हुआ। गौरेला अजीत जोगी का गृह नगर भी है वहाँ जोगी कांग्रेस महज 3 सीटों में ही सिमट गई। वहीं जोगी कांग्रेस की प्रमुख नेत्री व गौरेला की वर्तमान नगर अध्यक्ष सकीला बेगम सहित उनके पति व पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष व जोगी कांग्रेस के दिग्गज नेता जुबेर अहमद गाटर खुद अपनी सीट भी नहीं बचा पाये और चुनाव हार गये। वहीं कांग्रेस के लिए भी यहाँ से अच्छी खबर नहीं आई और कल घोषित हुये चुनाव परिणाम में कांग्रेस पार्टी यहाँ मात्र 2 सीटों पर ही सिमट गई।
ज्ञात हो कि बिलासपुर जिला कांग्रेस के नवनियुक्त अध्यक्ष गुलाब सिंह राज का भी गृह नगर गौरेला ही है। इसके बावजूद यहाँ कांग्रेस की शर्मनाक पराजय होना समझ से परे है। इस चुनाव में सबसे आश्चर्यजनक उलट-फेर किया भाजपा ने। हलांकि भाजपा के पास इस नगरीय चुनाव में खोने के लिये कुछ भी नहीं था। फिर भी अपने कार्यकर्ताओं व नेताओं की एकजुटता की बदौलत भाजपा ने यहाँ 15 में से 9 सीटों पर कब्जा कर न केवल अपना प्रभुत्व स्थापित किया अपितु जोगी कांग्रेस और कांग्रेस के बड़े बड़े दिग्गजों के चारों खाने चित्त कर दिये। भाजपा ने यहाँ जोरदार छलांग लगाते हुए अब तक का श्रेष्ठ प्रदर्शन भी किया।
भाजपा की रणनीति की बात की जाये तो यहाँ प्रत्याशी चयन से लेकर टिकट वितरण तक में काफी संयम बरती गई। गौरेला नगर पंचायत में भाजपा की ओर से दमदार और कर्मठ कार्यकर्ताओं को ही पार्षद का टिकट दिया गया। खास बात यह रही कि टिकट वितरण में असन्तोष उभरकर नहीं आया। हलांकि टिकट के दावेदारों की संख्या बहुतायत रही पर पार्टी कैडर से हट के किसी ने बगावत नहीं की।
बात अगर प्रचार-प्रसार की जाये तो बिलासपुर के सांसद अरुण साव खुद यहाँ प्रचार करने आये। साथ ही गौरेला क्षेत्र के दिग्गज भाजपा नेता ब्रिजलाल राठौर जो कि अप्रत्यक्ष तौर पर गौरेला नगर पंचायत के कमान सम्हाले हुये थे, पूरे चुनाव तक गौरेला में भाजपा के पक्ष में कैंपनिंग करते रहे। वहीं प्रदेश भाजपा कार्यसमिति की सदस्या अर्चना पोर्ते व जिला पंचायत के सभापति और भाजपा नेता शंकर कंवर भी पार्षदों के इस जीत पर उल्लेखनीय योगदान रहा।
इनके साथ साथ गौरेला भाजपा के सभी पार्षद प्रत्याशियों की मेहनत, शहर के सभी भाजपा नेताओं व कार्यकर्ताओं की एकजुटता, महिला कार्यकर्ताओं की पूर्ण सहभागिता भी भाजपा की जीत के प्रमुख सूत्रधार रही। वहीं जिला पंचायत बिलासपुर के सभापति शंकर कंवर का कहना है कि हमारे कार्यकर्ताओं की मेहनत, पार्षद प्रत्याशियों की स्वच्छ छवि, नगर पंचायत में व्याप्त भ्रष्टाचार, जोगी कांग्रेस के नेताओं का घमंड, प्रधानमंत्री की विभिन्न जनहित योजनाएं इन सब कई कारणों से जनता का झुकाव हमारी ओर हुआ।
नगर पंचायत अध्यक्ष के चयन के प्रश्न पर उन्होंने कहा कि गौरेला नगर पंचायत में अध्यक्ष पद के लिए 2-3 दावेदार हैं पर पार्षदों के मत से पार्टी का निर्णय सभी को स्वीकार होगा।