लेखक की कलम से

ये जिंदगी …

 

कला

जिन्दगी जीने की कला ,

हर किसी को नहीं आती!

सपने पूरे करनी की जिद

हर किसी को नहीं होती !

‌मोहब्बत भी टूट जाती है

रिश्ते भी छूट जाते है!

जिन्दगी एक है रकीब

जी ले ,

ये जिन्दगी बार बार नहीं आती है

कुछ सलीका सीख

जीवन जीने का

ये दुनिया है

किसी को आगे बढ़ने की सलाह नहीं देती

 

 

©शिखा सिंह, फर्रुखाबाद, यूपी

Back to top button