कोरबा

कोरोना संक्रमण से जीतकर घर लौटा व्यवसायी पुत्र, कोरबा वासियों ने ताली और थाली बजाकर किया स्वागत

कोरबा {गेंदलाल शुक्ल} । कोरबा के रामसागरपारा वार्ड में रहने वाले व्यवसायी का पुत्र कोरोना संक्रमण से जीत कर सकुशल वापस घर लौटा तो परिजनों और मोहल्ले के लोगों ने थाली और ताली बजाकर उसका स्वागत किया। यह न केवल युवक के परिजनों बल्कि पूरे कोरबा के लिए एक सुखद अवसर था। हर कोई कामना कर रहे थे कि युवक जल्द स्वस्थ होकर घर लौट आए।

कोरबा में कोरोना वायरस का यह पहला मामला 30 मार्च को सामने आने के बाद हड़कंप मच गया था। यहां नगर निगम कोरबा के रामसागर पारा वार्ड में एक व्यवसाई के पुत्र की जांच में कोरोना पॉजिटिव पाया गया। ऑल इंडिया मेडिकल इंस्टिट्यूट यानी एम्स रायपुर से 30 मार्च को देर रात इस आशय की सूचना जिला प्रशासन को मिली। इसके बाद व्यवसाई पुत्र को रात में ही एम्स रायपुर भेज दिया गया।

उक्त युवक 18 मार्च को लंदन से कोरबा आया था। कोरोना पीड़ित युवक को 1 सप्ताह पहले ही होम क्वॉरेंटाइन कर दिया गया था और उसका सैंपल लेकर कोरोना टेस्ट के लिए एम्स रायपुर भेज दिया गया था। मामला सामने आने के बाद जिला प्रशासन ने 31 मार्च को रामसागर पारा वार्ड को पूरी तरह सील कर दिया था और किसी भी व्यक्ति के घर से बाहर आने जाने पर और वार्ड में बाहरी लोगों के प्रवेश पर पाबंदी लगा दी थी।

उल्लेखनीय है कि व्यवसाई के पुत्र की एम्स रायपुर में जांच रिपोर्ट निगेटिव पाया गया। व्यवसाई के पुत्र को सोमवार को निगेटिव रिपोर्ट आने पर डिस्चार्ज कर दिया गया डिस्चार्ज होने के पहले स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव ने फोन पर उससे से बातचीत की युवक ने स्वास्थ्य विभाग के द्वारा दी गई सुविधाओं पर संतोष व्यक्त किया और यह भी कहा कि हमने मिलकर यह लड़ाई लड़ी और जीती भी है। एम्स प्रबंधन और सरकार के द्वारा मिले सहयोग के प्रति युवक ने आभार व्यक्त किया है। इसके साथ ही प्रदेश में अब कोरोना पॉजिटिव मरीज की संख्या केवल 1 रह गई है।

 छत्तीसगढ़ में कोरोना पॉजिटिव के कुल 10 मामले अब तक सामने आ चुके हैं इनमें से 9 मरीज ठीक हो चुके हैं। जबकि कोरबा के 1 मरीज का उपचार एम्स रायपुर में चल रहा है। महाराष्ट्र राज्य के कामठी से आकर कटघोरा की पुरानी बस्ती मस्जिद में रूके 16 साल के जमाती युवक को 4 अप्रेल को एम्स रायपुर भेजा गया हैं।

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