लेखक की कलम से

रंग बिरंगी होली …

रंगो का त्यौहार है होली, प्यारी प्यारी सी है ये रंग बिरंगी रंगोली,

पकवानों की महक से महके होली, पिचकारी की धार से भीगे होली,

रंगो से सरोबार गली मोहल्ला, गुलाल से प्यार बरसाए ये होली,

बच्चों के मन को भाए ये होली, सबको खुश कर जाए ये होली,

गिला, शिकवा मिटाए ये होली, दूरियों को नजदीकियों में बदले ये होली,

बुरा ना मानो कहलाए ये होली, पर किसी को हो परेशानी, ऐसा कभी ना चाहे होली,

मर्यादा को भूलकर ना मनाए होली, होली है प्यार और भाई चारे का त्यौहार, तो मर्यादा से ही मनाए होली।

 

©श्वेता शर्मा, आगरा, उत्तर प्रदेश

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