लखनऊ/उत्तरप्रदेशलेखक की कलम से

अलकायदा की धमकी के बाद अतीक-अशरफ के लवलेश तिवारी समेत तीनों शूटरों की और बढ़ाई गई सुरक्षा, आज रिमांड हो रही पूरी…

प्रतापगढ़. आतंकवादी संगठन अल-कायदा ने सात पन्नों की मैग्जीन जारी कर कहा कि इस हत्याकांड का बदला लेंगे. कुख्यात आतंकी संगठन की इस धमकी के बाद जांच एजेंसियां हाई अलर्ट पर आ गई हैं. तीनों आरोपियों को कोर्ट ने चार दिनों की रिमांड में भेज दिया था, जो रविवार शाम 5 बजे खत्म हो रही है. जिसके बाद इन्हें प्रतापगढ़ लाया जा सकता है.

प्रयागराज में शनिवार, 15 अप्रैल को माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ अहमद की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. अतीक की हत्या के बाद हत्यारोपियों की सुरक्षा को लेकर पुलिस मुस्तैद है. इसी बीच शुक्रवार को अल-कायदा ने अतीक की हत्याकांड का बदला लेने की धमकी दी है. अलकायदा की धमकी के बाद तीनों हत्यारोपी लवलेश तिवारी, अरुण मौर्या और सनी की सुरक्षा बढ़ा दी गई है.

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, तीनों हत्यारोपियों लवलेश तिवारी, अरुण मौर्या और सनी के लिए जिला कारागार प्रतापगढ़ की सुरक्षा बढ़ाने पर मंथन चल रहा है. STF की निगरानी में सुरक्षा घेरा मजबूत किया जा सकता है. इधर, तीनों आरोपियों की रिमांड रविवार, 23 अप्रैल को पूरी हो रही है.

ऐसे में तीनों आरोपियों लवलेश तिवारी, अरुण मौर्या और सनी को आज वापस प्रतापगढ़ जेल लाया जा सकता है. तीनों शूटरों लवलेश तिवारी, अरुण मौर्या और सनी को प्रयागराज से प्रतापगढ़ जेल लाया जाएगा. वहीं, जिला जेल प्रतापगढ़ में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर प्रशासन हाई अलर्ट मोड पर है. बताया जा रहा है कि जिला जेल प्रतापगढ़ में सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं.

हत्या बाद पकड़े गए तीनों हत्यारोपियों को बीते सोमवार को प्रतापगढ़ जिला जेल में शिफ्ट कर दिया गया. हालांकि पहले नैनी सेंट्रल जेल में ही रखा गया था, लेकिन नैनी जेल में अतीक अहमद के बेटे समेत कुछ करीबी और उसके गुर्गे भी बंद हैं. लिहाजा इन तीनों लवलेश तिवारी, अरुण मौर्या और सनी की सुरक्षा के चलते प्रतापगढ़ जेल भेज दिया गया था. तीनों शूटर्स लवलेश तिवारी, अरुण मौर्या और सनी को प्रतापगढ़ जेल से ही पेशी के लिए कोर्ट में लाया गया था. ऐसे में अब रिमांड पूरी होने के बाद वापस उन्हें प्रतापगढ़ जेल भेजा जाएगा.

तीनों हत्यारोपी लवलेश तिवारी, अरुण मौर्या और सनी सिंह को बुधवार को प्रयागराज की धूमनगंज पुलिस प्रतापगढ़ जिला जेल पहुंची थी. जहां से तीनों को पेशी के लिए प्रयागराज ले जाया गया था. पुलिस ने तीनों को सीजेएम कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया था.

अतीक-अशरफ हत्याकांड के तीनों आरोपियों को प्रतापगढ़ जिला कारागार के तन्हाई बैरक में रखा गया था. बीते सोमवार को तीनों लवलेश तिवारी, अरुण मौर्या और सनी को नैनी जेल से प्रतापगढ़ जेल शिफ्ट किया गया था. तन्हाई बैरक एक ऐसी बैरक होती है, जिसकी लंबाई-चौड़ाई बहुत ही कम होती है. इस बैरक में ऐसे कैदियों और अपराधियों को रखा जाता है जो ज्यादा खूंखार और आपराधिक प्रवृति के होते हैं. इसके अलावा इनमें रहने वाले आरोपियों का जेल में रहने वाले अन्य कैदियों से संपर्क तोड़ दिया जाता है.

गौरतलब है कि प्रयागराज में कॉल्विन अस्पताल के 15 अप्रैल, शनिवार को देर शाम तीनों आरोपियों लवलेश तिवारी, अरुण मौर्या और सनी ने पुलिस कस्टडी में अतीक अहमद और अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी थी. घटना के बाद तीनों हत्यारोपियों लवलेश तिवारी, अरुण मौर्या और सनी ने मारे जाने के डर से खुद सरेंडर कर दिया था. फिलहाल पहले तीनों लवलेश तिवारी, अरुण मौर्या और सनी को नैनी जेल में रखा गया था, लेकिन गैंगवार की आशंका के चलते तीनों हत्यारों लवलेश तिवारी, अरुण मौर्या और सनी को प्रतापगढ़ जिला कारागार शिफ्ट कर दिया गया था.

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