मुंगेली

रेडी–टू–इट के पैकेट में निकल रहे कीड़े, पोषण के नाम पर खिलवाड़

मुंगेली {अजीत यादव} । कुपोषण दूर करने के नाम पर सरकार किस तरह बच्चों और महिलाओं के सेहत से खिलवाड़ किया जा रहा है, इसका खुलासा मुंगेली क्षेत्र के ग्राम बांकी में हुआ। महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा कुपोषण- सुपोषण कार्यक्रम के तहत खाद्य विभाग के साथ रेडी टू ईट मिल के पैकेट बांटे जा रहे हैं। मुंगेली के बाक़ी गांव में वाले हरिओम सिंह के घर भी इसी तरह के कुछ पैकेट दिए गए, जिसमें निर्माण तिथि अक्टूबर और अगस्त 2019 अंकित है। सील बंद पैकेट को जब उन्होंने देखा तो उनके होश उड़ गए क्योंकि रेडी टू ईट मिल में बेहिसाब कीड़े मौजूद थे।

उन्होंने इसे खोल कर देखा तो पाया कि रेडी टू ईट मिल के नाम पर जो पोषक आहार उन्हें दिया गया है उसमें कीड़े घूम रहे हैं। जाहिर है महिला एवं बाल विकास विभाग और खाद्य विभाग लोगों की सेहत से खुला खिलवाड़ कर रहा है। उन्हें दोयम दर्जे का रेडी टू ईट मिल प्रदान कर यह तसल्ली की जा रही है कि प्रदेश से कुपोषण दूर होगा। उल्टे इन्हें खाकर लोग बीमार पड़ेंगे।

हरिओम सिंह तो जागरूक थे जिन्होंने इन्हें इस्तेमाल करने से पहले खोल कर देख लिया लेकिन कई ग्रामीण ऐसे भोले भाले और मासूम है जिन्हें सरकारी योजनाओं पर पूरा भरोसा होता है इसलिए पता नहीं ऐसे दूषित पोषाहार कितने ग्रामीणों ने ग्रहण भी कर लिया होगा। सरकारी योजनाओं को इसी तरह अधिकारी पलीता लगाते हैं, जिससे उनका मूल उद्देश्य पूरा नहीं होता।

जाहिर है इसके पीछे विभागीय गफलत है। शासन को तुरंत संज्ञान लेकर दोषी व्यक्तियों पर कार्यवाही करनी होगी, नहीं तो फिर लोग रेडी टू ईट मिल को खाने तक से इनकार कर देंगे और प्रदेश में कुपोषण हटाने की मुहिम खतरे में पड़ जाएगी। इस गंभीर मसले पर तत्काल कार्यवाही की आवश्यकता है। वहीं इस मामले की शिकायत सम्बन्धी अधिकारी से की गई तो उस अधिकारी के द्वारा शिकायत करता पर ही आरोप लगाने लगे कि तुम्हारे द्वारा ही पैकेट में कीड़ा डाल कर लाये हो।

वहीं अधिकारी की भी इस मामले में कार्यवाही करने से बचते नजर आ रहे हैं। ये पहला मामला नही है कि इस समूह के पोषण आहार में कीड़े नहीं मिले हैं। इससे पहले भी मिला था और इसकी शिकायत किया भी गया था पर उस समय भाजपा का शासन था तो उस समय भी कार्यवाही नहीं हुई पर आज कांग्रेस की सरकार बन जाने के बाद भी उस समूह के खिलाफ कोई भी कार्यवाही होगी कि नहीं ये संशय बना हुआ है।

महिला एवं बाल विकास मुंगेली के डीपीओ राजेंद्र कश्यप ने कहा कि मामले में जांच कर संबंधित पर कड़ी कार्यवाही की जाएगी।

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