बिलासपुर

अशोक नगर वार्ड के लोगों को बसंत शर्मा से है बहुत उम्मीदें

-:- नगर निगम के बड़े लड़ईया -:-

बिलासपुर। नगर निगम के कुछ वार्ड ऐसे हैं जहां दमदार प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। ऐसा ही एक वार्ड सरकंडा पार है जहां से बसंत शर्मा चुनाव मैदान में हैं। साफ सुथरी छवि और जीवंतता के साथ मेलजोल यही उनकी पहचान है। संयोग यह बना कि वार्ड क्रमांक 57 अशोक नगर जहां से चुनाव लड़ रहे हैं वहां 80 फीसदी वोटर नौकरी-पेशा और व्यवसाय से जुड़े हैं। बैठकों और प्रचार में लोग अपने से जुड़ रहे हैँ। बिलासपुर नगर निगम का क्षेत्र इस बार काफी बढ़ गया है। यही वजह है कि लोग कई तरह की संभावनाएं देख रहे हैं।

पेशे से स्कूल और कॉलेज का संचालन करने वाले बसंत शर्मा पिछले 20 सालों से नगर निगम की राजनीति कर रहे हैं। ऐसे कम नेता होत हैं जिनकी छवि हमेशा एक जैसा हो। पिछले 15 सालों से प्रदेश में कांग्रेस की सरकार नहीं रही फिर भी लोगों की समस्याओं के निराकरण के लिए हमेशा सजग रहे। वार्ड क्रमांक 57 अशोक नगर का क्षेत्र राजस्व कालोनी के मुख्य मार्ग अशोक नगर से शुरु होकर देवनंदन नगर फेज 1, फेज 2, सोनगंगा कालोनी, गीतांजली सिटी, चिंगराजपारा, जगदम्बा कालोनी का क्षेत्र इस वार्ड में है। यहां मतदाताओं की संख्या लगभग आठ हजार है। इस वार्ड में लगभग शिक्षित लोग हैं। 80 फीसदी के करीब नौकरी-पेशा और छोटे से लेकर बड़े व्यवसायी हैं।

इसी कॉलोनी से होकर बसंत शर्मा प्रतिदिन अपने डीएलएस कॉलेज आते-जाते हैं। इस हिसाब से भी पूरा वार्ड और यहां के लोगों से परिचित हैं। चुनाव कार्यालय का जब शुभारंभ हुआ तब वे कुछ गिनती के अपने साथियों के साथ चर्चा करने के लिए बैठे तब डेढ़ सौ के लगभग वार्ड के लोग अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने खुद ही पहुंच गए। यह स्थिति रोज की है। चुनाव कार्यालय में रोज की बैठक हो चाहे प्रचार-प्रसार स्वयं ही वार्ड के सक्रिय लोग जुड़ते जा रहे हैं। यह जुड़ाव नगर निगम चुनाव को लेकर है, ऐसा नहीं है यह तो सालों का संबंध है, पारिवारिक रिश्ते हैं। प्रचार की बातें कम और हालचाल ज्यादा पूछ रहे हैं। यह ऐसा वार्ड है जहां बहुत कम मात्रा में कांग्रेस के बैनर, झंडे, पम्पलेट दिखाई देंगे।

कार्यकर्ताओं की बैठक हो या लोगों के बीच बातचीत बसंत शर्मा इस पीड़ा को व्यक्त कर रहे हैं कि पिछले 15 सालों में बिलासपुर नगर निगम विकास के मामले में बहुत पीछे चला गया। भाजपा के जो कर्ता-धर्ता थे वे बिलासपुर शहर और सरकंडा क्षेत्र के समग्र विकास के बारे में कभी चिंता ही नहीं किए। दोनों क्षेत्रों में समस्याओं का अंबार लगा हुआ है। 15 सालों बाद जब कांग्रेस की सरकार छत्तीसगढ़ में आई है और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बिलासपुर को लेकर विशेष रूचि ली तब यहां के लोगों को फिर से लगने लगा है कि बिलासपुर नगर निगम के माध्यम से कायाकल्प हो सकता है। बसंत शर्मा नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष रहे हैं इस नाते भी नगर निगम के माध्यम से विकास कार्य और आम लोगों को मदद कैसे दी जा सकती है इसकी उन्हें समझ है।

प्रचार के दौरान दिल्ली बुलेटिन से बातचीत में उन्होंने कहा कि मैं इस वार्ड में चुनाव प्रचार के हिसाब से घूम रहा हूं ऐसा महसूस ही नहीं हो रहा है। हर किसी के घर में मुझे यही कहा जा रहा है कि आप हमारे घर की चिंता न करें और बाकी जगह प्रचार कर लें। यह इस वार्ड के लोगों का प्यार है और बड़प्पन है कि मुझे राजनीतिक दल के प्रत्याशी के बजाय अपने परिवार का सदस्य मान रहे हैं। वार्ड की समस्याओं के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि यहां पर इस तरह की समस्याएं हैं इस बात से सभी जानते हैं और उसका निराकरण समस्या नहीं हैं। मैं यहां सतत रूप से जुड़ा हुआ हूं। लोग इस बात को जानते हैं। हर घर में सभी से प्रत्यक्ष मुलाकात हो जाए ऐसा मैं प्रयास कर रहा हूं।

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