मध्य प्रदेश

कैलाश मिश्रा बने प्रदेश महासचिव, मोनू सक्सेना को जिले की कमान

कांग्रेस ने नियुक्त किए चार जिलाध्यक्ष, चार प्रदेश महासचिव भी बनाए

भोपाल। मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी में चार नए महासचिवों की नियुक्तियां की गई हैं, साथ ही लंबे समय से रुकी संगठन के चार जिलाध्यक्षों की नियुक्यिां भी की गई हैं। वहीं लंबे समय से भोपाल शहर जिलाध्यक्ष का पद संभाल रहे कैलाश मिश्रा का कद बढ़ाते हुए उन्हें प्रदेश महासचिव बनाया गया है। युवा नेता एवं पार्षद मोनू सक्सेना को भोपाल शहर जिले की कमान सौंपी गई है।

प्रदेश में होने जा रहे विधानसभा चुनाव से पहले मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी में बड़ी नियुक्तियां की गई हैं। मनोज भारतकर, अरविंद बागड़ी, विशाल अग्निहोत्री और कैलाश मिश्रा को महासचिव बनाया गया है। मिश्रा, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी के खास समर्थक हैं। अरविंद बागड़ी पूर्व में इंदौर शहर कांग्रेस के जिलाध्यक्ष रह चुके हैं। इसी प्रकार एडवोकेट मनोज भरतकर खंडवा जिला ग्रामीण कांग्रेस के अध्यक्ष रह चुके हैं। जबकि विशाल गोलू अग्रिहोत्री इंदौर शहर के युवा नेता हैं। मनोज भरतकर और विशाल अग्रिहोत्री दोनों पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के खास समर्थक माने जाते हैं। ऐसे में कांग्रेस में की गई नियुक्तियों में दिग्विजय सिंह खेमा फायदे में रहा है। हालांकि मनेाज भरतकर, खंडवा जिला ग्रामीण कांग्रेस के अध्यक्ष रहने के दौरान विवादित भी रहे हैं और उन पर संगठन के नेताओं ने ही भाजपा से मिलकर काम करने के आरोप भी लगाए थे। जिसके बाद से उन्हें जिलाध्यक्ष के पद से हटा दिया गया था।

जिलाध्यक्ष नियुक्त के बाद होल्ड हो गई थी नियुक्तियां

इससे पहले चार जिलों में कांग्रेस द्वारा जिला अध्यक्ष नियुक्त किए जाने के बाद वरिष्ठ नेताओं के बीच मतभेद उभरने और समर्थकों के बीच बनी विवाद की स्थिति के चलते नियुक्तियां होल्ड कर दी गई थीं। विनय बाकलीवाल को हटाकर अरविंद बागडी को इंदौर शहर कांग्रेस अध्यक्ष बनाया गया था। जिसके बाद बाकलीवाल समर्थकों ने इसका विरोध किया था। इसी तरह खंडवा में मनोज भारतकर की नियुक्ति को लेकर शिकायत हुई। इसे देखते हुए पार्टी के महासचिव और प्रदेश प्रभारी जयप्रकाश अग्रवाल ने इन नियुक्तियों पर रोक लगा दी थी। इस बीच प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने खंडवा शहर कांग्रेस अध्यक्ष मनीष मिश्रा को नियुक्त कर दिया, पर ग्रामीण इकाई के अध्यक्ष को लेकर सहमति नहीं बन रही थी। सूत्रों के अनुसार अरुण यादव सहित अन्य नेताओं ने नियुक्तियों के मामले में केंद्रीय संगठन से अपनी बात रखी थी। यादव ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से भी भेंट की थी। इसेक बाद पिछले दिनों महासचिव केसी वेणुगोपाल भोपाल आए थे, तब भी उन्होंने सभी वरिष्ठ नेताओं से समन्वय बनाकर काम करने की बात रखी थी।

मोनू सक्सेना

जिलाध्यक्ष के पद पर ये हुए नियुक्त

इसके अलावा कांग्रेस संगठन में लंबे समय से अटकी चार जिलों में अध्यक्षों की भी नियुक्तियां की गई हैं। भोपाल में युवा नेता मोनू सक्सेना को जिला शहर कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया गया है। यह जिम्मेदारी अभी तक पिछले पांच साल से कैलाश मिश्रा के पास थी, जिन्हें प्रदेश संगठन में महासचिव की बड़ी जिम्मेदारी सौंपे जाने के बाद मोनू को जिला अध्यक्ष की कमान सौंपी गई है। भोपाल जिलाध्यक्ष बनाए गए मोनू सक्सेना, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के खेमे के बताए जा रहे हैं। उनके अलावा जिलाध्यक्ष की नियुक्ति को लेकर सबसे ज्यादा विवादित रहे जिले इंदौर में सुरजीत सिंह चड्ढा को जिला शहर कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया गया है। चड्डा 2018 के विधानसभा चुनाव में इंदौर-चार सीट से चुनाव भी लड़ चुके हैं। भोपाल शहर इकाई के अध्यक्ष को लेकर काफी समय से विचार-विमर्श चल रहा था। खंडवा जिले में शहर और ग्रामीण दोनों जिलाध्यक्ष नियुक्त किए गए हैं। खंडवा शहर में मनीष मिश्रा को शहर जिलाध्यक्ष नियुक्त किया गया है, तो वहीं खंडवा ग्रामीण जिलाध्यक्ष की जिम्मेदारी पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव समर्थक अजय ओझा को सौंपी गई है।

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